कुछ 'दुर्योधन' नहीं चाहते हैं अयोध्या में राम मंदिर बने: श्री श्री रविशंकर
इसी महीने यूपी के मुस्लिम समाज के कुछ नेताओं ने बेंगलुरू में श्रीश्री रविशंकर से मुलाक़ात की थी. इस मीटिंग में अयोध्या को लेकर तीन सुझावों पर बातचीत हुई. तय हुआ था कि फिर लखनऊ और अयोध्या में जा कर आगे बातचीत की जाएगी.
लखनऊ: आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट की. ये मुलाक़ात गोरखनाथ मंदिर में हुई. श्रीश्री इन दिनों यूपी के दौरे पर हैं जबकि योगी उपचुनाव के प्रचार के लिए गए थे. लेकिन दोनों के बीच अयोध्या को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. इससे पहले दोनों की मुलाक़ात पिछले साल लखनऊ में हुई थी. तब योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "अयोध्या मामले में हम सबको अब कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करना चाहिए. अब बातचीत के लिए बहुत देर हो चुकी है."
आज गोरखनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी ने भेंट की। pic.twitter.com/h3eZMLe1Tw
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 27, 2018
राम मंदिर विवाद सुलझाने के लिए श्रीश्री रविशंकर ने तब कई लोगों से भेंट की थी. वे अयोध्या भी गए थे. योगी आदित्यनाथ से पहले उन्होंने वाराणसी में साधु-संतों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा, "कोर्ट के कहने पर मंदिर बन सकता है. लेकिन जो हारेगा उसे ये अच्छा नहीं लगेगा. दो चार सियासी लोग विरोध कर रहे हैं. विवादित जगह पर नमाज नहीं हो सकती है, कुछ दुर्योधन नहीं चाहते हैं कि सौहार्द बने." वाराणसी के संत समागम में हिन्दू और मुस्लिम धर्म गुरू शामिल हुए.
इसी महीने यूपी के मुस्लिम समाज के कुछ धर्मगरूओं ने बेंगलुरू में श्रीश्री रविशंकर से मुलाक़ात की थी. इस मीटिंग में अयोध्या को लेकर तीन सुझावों पर बातचीत हुई. तय हुआ था कि फिर लखनऊ और अयोध्या में जा कर आगे बातचीत की जाएगी. मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब अली और इकबाल अंसारी ने भी इसका स्वागत किया था. लेकिन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को ये बात पसंद नहीं आयी. हैदराबाद की बैठक में सलमान नदवी को बोर्ड से बाहर कर दिया गया. उनकी ही अगुवाई में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने रविशंकर से मुलाक़ात की थी.