नई दिल्ली: अयोध्या विवाद में मध्यस्थता का दावा कर रहे आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्री श्री रविशंकर अयोध्या पहुंच चुके हैं. अयोध्या में श्री श्री राम मंदिर विवाद से जुड़े सभी पक्षकारों से बात करेंगे और सुलह का अपना फॉ़र्मूला पेश करेंगे. सभी से मुलाकात के बाद शाम चार बजे श्री श्री मीडिया के सामने अपना फॉर्मूला पेश करेंगे.



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  • रामजन्म भूमि के दर्शन करने पहुंचे श्री श्री रविशंकर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि अभी मेरे पास कोई फॉर्मूला नहीं है. मैं यहां सभी पक्षों से बात करके फॉर्मूला खोजने आया हूं.कल योगी जी से मुलाकात साधारण शिष्टाचार के तहत हुई.

  • एबीपी न्यूज़ के मंच पर निर्मोही अखाड़े ने विश्व हिंदू परिषद पर गंभीर आरोप लगाए हैं. निर्मोही अखाड़े का कहना है कि राम मंदिर के नाम पर वीएचपी ने 1400 करोड़ का घोटाला किया है. वीएचपी ने आरोपों से इनकार किया है, वीएचपी का कहना है कि एक-एक पैसे का हिसाब है

  • श्री श्री के अयोध्या विवाद में सुलह के प्लान की सीएम योगी आदित्यनाथ ने हवा निकाल दी. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात को सिर्फ शिष्टाचार बताया है. योगी ने यह भी कहा कि बातचीत से मुद्दा सुलझाने में अब बहुत देर हो चुकी है. आपको बता दें कल सीएम योगी से मिले थे श्री श्री.


अयोध्या में श्री श्री का कार्यक्रम
श्री श्री सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंच कर राम जन्मभूमि का दर्शन करेंगे. यहां से मुख्य मुद्दई बाबरी मस्जिद इकबाल अंसारी के यहा जायेंगें, फिर मुस्लिमों के पक्षकार (सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड) हाजी महबूब के यहां, फिर राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती के यहां, फिर दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, फिर हनुमान गढ़ी के महंत और अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञानदास से मिलकर 3 बजे निर्मोही अखाड़ा आएंगे. दोपहर 3 से 4 बजे निर्मोही अखाड़े के सरपंचों से मुलाकात के बाद पीसी कर अपना फॉर्म्युला देंगे. जानकारी के मुताबिक सभी से मुलाकात के बाद शाम चार बजे श्री श्री मीडिया के सामने अपना फॉर्मूला पेश करेंगे.


श्री श्री के करीबी ने कहा- मंदिर वहीं बनेगा जहां रामलला विराजमान हैं
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कल श्री श्री रविशंकर के करीबी अमरनाथ मिश्र ने फॉर्मूले के बारे में कुछ संकेत दिए थे. अमरनाथ मिश्र ने कहा, ‘’रामलला जहां बैठे हैं वहां से रामलला को कतई हटने नहीं देंगे.’’ मिश्रा ने आगे कहा, ‘’योगी जी केवल आठ महीने पहले सीएम बने हैं और उन्होंने बहुत पॉजिटिव बातें की हैं. हम चाहते हैं कि विहिप, आरएसएस, शिवसेना या जितने भी हिन्दू संगठन हैं वे सभी एकजुट हो जाएं और जब तक मंदिर का भव्य भूमिपूजन नहीं हो जाता तब तक बातचीत का दौर चलता रहेगा.’’


मुसलमान बाबरी मस्जिद से अपना दावा वापस ले, ये मुमकिन नहीं- जफरयाब जिलानी
श्रीश्री का पूरा फॉर्मूला सामने आना बाकी है. लेकिन मामले में पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड ने श्रीश्री की पहल को खारिज कर दिया है. बाबरी एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा है, ‘’मुसलमान बाबरी मस्जिद से अपना दावा वापस ले लें तो ये मुमकिन नहीं है. सरियत में मुसलमान को इसका हक ही नहीं है.’’ इस केस में दूसरे पक्षकार रामलला विराजमान के कर्ताधर्ता वीएचपी भी श्रीश्री के फॉर्मूले के साथ नहीं है.


सुप्रीम कोर्ट में है ये मामला
2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने एक फैसला दिया था. इसमें तीनों पक्षों को जमीन का बराबर हिस्सा दिया गया था. सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला तीन पक्षकार हैं. हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ पक्षकार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट चाहता है कि बाहर की कोई राय बन जाए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पांच दिसंबर से इस मामले की रोज सुनवाई करेगा.