(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
श्रीनगर में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, हिजबुल का टॉप कमांडर एनकाउंटर में ढेर
पुलिस के मुताबिक, उन्हें सूचना मिली थी कि श्रीनगर के एक घर में आतंकी मौजूद है. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया और एनकाउंटर में आज सुबह उसे मार गिराया गया.
श्रीनगर: सुरक्षाबलों को श्रीनगर में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर सैफुल्ला को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. कई आतंकी हमलों के सिलसिले में सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में थी. रियाज नायकू के बाद सैफुल्ला कमांडर बना था. खबर मिली थी कि श्रीनगर के एक घर में आतंकी मौजूद है. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया और सुबह इस ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में आतंकी को मार गिराया गया.
कश्मीर के आईजी ने कहा, “हमें श्रीनगर के एक घर में मौजूद एक आतंकी के बारे में कल रात जानकारी मिली थी. ऑपरेशन शुरू किया गया और आज मुठभेड़ के दौरान उसे मार गिराया गया. 95 फीसदी निश्चित है कि वह हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख कमांडर है. एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया. यह हमारे सुरक्षा बलों की एक बड़ी उपलब्धि है.”
We got info last night about a terrorist present at a house in Srinagar.Operation was launched & during encounter today, he was killed. We're 95% certain that he's Hizbul Mujahideen Chief Commander. One suspect arrested. It's a great achievement of our security forces: Kashmir IG pic.twitter.com/3E7DF9ErX2
— ANI (@ANI) November 1, 2020
पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा बल इलाके में तलाशी ले रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उनपर गोली चला दी. सुरक्षा बलों ने इसका जवाब दिया और एनकाउंटर शुरू हो गया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक दहशतगर्द को मार गिराया गया है. उन्होंने बताया कि मौके से अन्य आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोलाबारूद समेत आपत्तिजनक सामग्री मिली है.
लगातार जारी है सुरक्षाबलों का ऑपरेशन
बता दें कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन लगातार जारी है. अब तक कई आतंकी मारे जा चुके हैं. इतना ही नहीं आतंकी डर से आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों के दौरान आतंकवादी आत्मसमर्पण करने को तरजीह दे रहे हैं और यह एक स्वागत योग्य बदलाव है. उन्होंने हथियार उठा चुके युवाओं से हिंसा की राह छोड़ने और मुख्यधारा में लौटने की अपील की.
डीजीपी ने शनिवार को कहा था, “बीती कुछ मुठभेड़ों में आतंकवादियों का समर्पण करना एक स्वागत योग्य बदलाव है. मुठभेड़ के दौरान, जब गोलियां चल रही होती हैं उस वक्त भी भटके हुए युवा पुलिस और सुरक्षा बलों के समर्पण करने के प्रस्तावों को स्वीकार कर रहे हैं.’’
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