श्रीनगर में वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कल 1200 से भी ज्यादा सामान पर नयी टैक्स व्यवस्था की दरों पर सहमति बन गयी. जेटली ने कहा कि जरुरी सामान पर जीएसटी की दर वास्तव में कम हो जाएगी. उन्होंने कहा कि जो आज टैक्स लगता है, उसमें किसी भी कमॉडिटी पर टैक्स बढ़ा नहीं है, बल्कि कई पर घटा है और इससे टैक्स चोरी पर लगाम लगेगी.
बैठक में तय हुआ कि-
- 81 फीसदी सामान पर टैक्स की दर 18 फीसदी या उससे कम होगी.
- बाकी 19 फीसदी पर जीएसटी की दर 28 फीसदी की होगी.
- अनाज पर टैक्स में छूट दी गयी है.
- मिठाई पर पांच फीसदी की दर से जीएसटी लगेगा जो पहले से कम है.
- कोयले पर 11.69 फीसदी की जगह 5 फीसदी की जीएसटी दर तय की गयी है. इससे बिजली की दर कम हो सकती है.
- चीनी, चाय की पत्ती, कॉफी, खाने के तेल पर 5 फीसदी जीएसटी का प्रस्ताव है.
- दूध पर जीएसटी नहीं लगेगा.
जीएसटी काउंसिल की अब तक 15 बैठक हो चुकी है, जिसमें से 13 दिल्ली में हुए हैं. श्रीनगर में बैठक आयोजित करने के पीछे सरकार का एक मकसद ये संदेश भी देना था कि यहां के हालात आम धारणा से अलग हैं.
जेटली ने कहा कि यहां जो लोग आए हैं और जिस तरह से वो आनंद उठा रहे हैं, उससे साफ है कि यहां हालात मीडिया में दिखायी जा रही छवि से बेहतर है. श्रीनगर से सुर्खियां हमेशा बुरी खबरों से ही बनी, जबकि अब श्रीनगर से अच्छी खबर आ रही है और वो ये कि जीएसटी की दर यहां तय हो रही है.