श्रीनगरः "चिल्ले कलान" से पहले कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड का प्रहार जारी है. श्रीनगर में न्यूनतम पारा माइनस 6.6 डिग्री तक लुढ़कने से मौसम की सबसे ठंडी रात रही. वहीं देश में लद्दाख का द्रास सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां पारा माइनस 29 तक नीचे चला गया है.
मौसम विभाग के अनुसार श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान -6.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. इससे न सिर्फ इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही बल्कि दिसम्बर में पड़ने वाली ठंड का 10 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया.
लद्दाख में नदी नाले पूरी तरह से जमे
लद्दाख के द्रास में ठंड इतनी ज्यादा है कि नदी-नाले पूरी तरह जम गए है. द्रास में जहां आज न्यूनतम तापमान माइनस 29 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, वहीं कारगिल का भी हाल बुरा बना हुआ है. कारगिल में आज न्यूनतम पारा माइनस 21.1 तक हो गया और लेह में भी पारा शून्य से -18.3 डिग्री नीचे चला गया. इसके साथ- साथ गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 9.2, पहलगाम में माइनस 9.5 और कुपवाड़ा में माइनस 6 रिकॉर्ड हुआ.
ठंड से पीने के पानी की आ रही समस्या
ठंड के चलते कश्मीर घाटी के बहुत सारे इलाकों में पानी के नल जम गए है जिसके चलते लोगो को पीने के पानी की कमी खलने लगी है. ठंड के चलते दिन में भी तापमान इतना कम है कि लोगो को आग जला कर गर्मी का इंतज़ाम करना पड़ रहा है. लेकिन सबसे बुरा हाल पहाड़ी सड़को का है जिसके चलते सभी दूर दराज़ के इलाको का संपर्क टूट गया है. सड़कों पर जमी बर्फ और फिसलन के चलते आवाजाही प्रभावित हो रही है.
बर्फ से सड़के हुई जाम
ज़ोजिला सड़क पर दिन रात बर्फ को साफ़ करने का काम भी जारी है लेकिन यहां पर चल रही बर्फीली हवाओं और ठंड से सड़क पर होने वाली फिसलन के कारण आज चौथे दिन भी कोई गाड़ी सड़क पार नहीं कर सकी है.
मौसम विभाग के मुताबिक 21 दिसम्बर से सबसे कठिन चालीस दिन की ठंड शुरू हो जाएगी, जिसको चिल्ले कलान कहा जाता है. इस के साथ ही घाटी और लद्दाख में ठंड का अटैक और ज्यादा हो जाएगा. विभाग के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल 31 दिसम्बर तक कश्मीर और लद्दाख में नई बर्फ नहीं गिरेगी और दिन में अच्छी और खुला आकाश रहेगा, इसलिए ठंड कई गुना बढ़ सकती है जिसका असर समूचे उत्तर भारत पर पड़ेगा.
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