नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम ने कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को जरूरी दवा और ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के मामले में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के अध्यक्ष बी. वी.श्रीनिवास से शुक्रवार को पूछताछ की. पुलिस ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद यह पूछताछ की गयी.


दिल्ली हाई कोर्ट ने चार मई को पुलिस को राष्ट्रीय राजधानी में नेताओं की ओर से रेमडेसिविर दवा हासिल करने और इसे कोविड-19 मरीजों को वितरित करने के मामलों की पड़ताल करने और अपराध के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कदम उठाने को कहा था.


श्रीनिवास से हुई पूछताछ


श्रीनिवास ने कहा, ‘‘पुलिसकर्मी जानना चाहते थे कि लोगों के बीच वितरित करने के लिए मुझे राहत सामग्री कैसे मिली. मैंने कहा कि मैं लोगों की जान बचाने के लिए मदद कर रहा हूं और हमारे साथ भारतीय युवा कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं की समूची टीम है जो ऐसी सामग्री का इंतजाम करती है और इसे लोगों को मुहैया कराती है.’’ राहत सामग्री बांटे जाने के संबंध में पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर और दिल्ली इकाई के प्रवक्ता हरीश खुराना से भी पूछताछ की गयी. बीजेपी नेताओं ने कहा कि मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. 


श्रीनिवास ने कहा कि पुलिस की पूछताछ से वह डरने वाले नहीं हैं और केवल उन लोगों की मदद कर रहे थे जिन्हें संकट की इस घड़ी में किसी भी तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला. भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमने अपना काम जारी रखा है और पुलिस या याचिकाएं दाखिल किए जाने से नहीं डरते. जरूरतमंद लोगों की मदद करने में कोई बुराई नहीं है.’’


भड़की कांग्रेस


श्रीनिवास ने कहा कि उन्होंने पुलिस टीम के सवालों के जवाब दिए और लिखित में भी विस्तार से उत्तर दिया है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ऐसे समय जब देश में लोग मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं, सरकार लोगों की मदद करने के बजाए ‘छापा राज’ चलाने में मशगूल है.


सुरजेवाला ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा, ‘‘भारतीय युवा कांग्रेस प्रमुख के यहां छापा डलवाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शर्मनाक कृत्य किया है.’’ वहीं, बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट कर कहा कि विपक्षी दलों को कानूनी प्रक्रिया का राजनीतिकरण करने से परहेज करना चाहिए.


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाईकोर्ट ने कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और अन्य सामग्रियों के वितरण में शामिल नेताओं से दिल्ली पुलिस को पूछताछ करने को कहा था. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे और दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष अली मेंहदी से भी पूछताछ की है.


हाईकोर्ट के मुताबिक किया


इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हाईकोर्ट ने हमसे उन राजनेताओं की जांच करने के लिए कहा था जो कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री लोगों में वितरित कर रहे हैं. हम अपनी रिपोर्ट दाखिल करने से पहले वही जांच कर रहे हैं."


दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार देर शाम इस मामले में ट्वीट कर कहा, " माननीय हाईकोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर अवैध रूप से कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री लोगों में वितरित करने के आरोप की आज चौथे दिन भी जांच की." अली मेंहदी ने कहा कि उन्होंने इस मामले में अपना जवाब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एक अधिकारी को सौंप दिया है.


 


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