नई दिल्ली: कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम टियर टू परीक्षा पत्र लीक होने के विरोध में हजारों छात्र तीन दिन से दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आज कहा कि वो होली कर्मचारी चयन आयोग के दफ्तर बाहर ही मनाएंगे.


कांग्रेस पीएम से सवाल- छात्र सड़कों पर सोने को मजबूर क्यों?
छात्रों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस भी हमलावर हो गई है और सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''मोदी जी भारत के युवाओं को सड़क पर सोने को क्यों मजबूर किया जा रहा है. तीन दिन से छात्र आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक मोदी जी और एसएससी चुप हैं. अगर इस मामले में कुछ भी गलत नहीं है तो फिर क्यों नहीं इसकी सीबीआई जांच कराई जा रही है. क्या प्रधानमंत्री के पास इन युवाओं के सवालों का जवाब है? और क्या देश की मीडिया इन युवाओं की आवाज को सुनेगी?''


कर्मचारी चयन आयोग का क्या कहना है?
एबीपी न्यूज़ छात्रों के मुद्दे को लेकर कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष से बात की. उन्होंने छात्रों के आरोपों का सीधे सीधे तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन जांच के लिए एक कमेटी बनाने की बात जरूर की. उन्होंने कहा कि आयोग अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहा है. छात्रों के विरोध प्रदर्शन के पीछे एसएससी के चेयरमैन ने कोचिंग लॉबी का हाथ बताया.


क्या है पूरा मामला, क्यों छात्र सड़कों पर उतरे हैं?
कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से फरवरी में आयोजित कंबाइंड ग्रेजुएट लेविल एग्जाम टियर टू 1,89843 प्रतियोगी शामिल हुए. देश में अलग-अलग केंद्रों पर 17 से 22 फरवरी के बीच ऑनलाइन भर्ती परीक्षा हुई थी.


आरोप है कि ऑनलाइन परीक्षा देने के बाद जब छात्र बाहर आए तो पता चला कि इसका पर्चा तो सोशल मीडिया पर पहले से मौजूद है. सोशल मीडिया पर परीक्षा के लीक हुए पेपर के स्क्रीन शॉट घूम रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्र इन स्क्रीन शॉट के पर्चे लहराकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं.