सुशांत सिंह की मौत के मामले क्या जानबूझकर लापरवाही की गई ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सुशांत सिंह के घर पर फॉरेंसिक टीम के 2 दिन बाद पहुंचने का खुलासा हुआ है साथी सुशांत सिंह के कमरे में मिली एक डायरी के पन्ने भी कटे मिले हैं ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर इस सफेद डायरी का भेद क्या था. सुशांत सिंह मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे सामने आ रहे हैं नए खुलासे और इन खुलासों के तहत अब पता चला है कि सुशांत सिंह के कमरे में फॉरेंसिक टीम एक डायरी बरामद हुई थी यह डायरी खुली हुई रखी थी और इस डायरी के कुछ पन्ने फटे हुए थे सूत्रों की माने तो इस डायरी की बगल में एक नॉवेल भी रखा हुआ था सूत्रों का कहना है कि फॉरेंसिक टीम इस डायरी समेत अन्य जगहों की फोटोग्राफी भी की थी.


सूत्रों के मुताबिक डायरी में ऐसा क्या था जिसके चलते उन पन्नों को मारना पड़ा यह पन्ने मारने वाला कौन था और सबसे अहम बात यह कि सुशांत सिंह के कमरे में ऐसा कौन शख्स मौजूद था जो जानता था की डायरी के पन्ने संभवत इस मामले से जुड़े कोई ना कोई भी खोल देंगे तो क्या इस कारण फाडे गए थे डायरी के पन्ने. सूत्रों की माने तो सुशांत सिंह के कमरे में वारदात के 2 दिनों बाद फॉरेंसिक टीम पहुंची थी इन दो दिनों तक बताया जाता है कि सुशांत सिंह के कमरे के बाहर दरवाजे पर केवल टेप चिपकाया गया था आखिर ऐसी कौन सी वजह थी जिसके चलते फॉरेंसिक टीम सुशांत के फ्लैट 2 दिनों बाद पहुंची


सूत्रों का दावा है कि यह खुलासा खुद फॉरेंसिक टीम के एक सदस्य किसी के सामने किया है और इस बातचीत में उसने यह खुलासा भी किया है की कोरोना के डर के चलते 2 दिनों तक फॉरेंसिक टीम सुशांत के घर पर नहीं गई थी तो यह बात केवल बहाना है या फिर कुछ लोग इतना समय दिया गया कि वह जरूरत की चीजों को वहां से गायब कर सकें क्या वास्तव में सुशांत की मौत की जांच में झोल पैदा किए गए .सूत्रों के मुताबिक सुशांत की मौत के मामले में जांच के लिए बिहार से गई पुलिस टीम ने फॉरेंसिक टीम से संपर्क स्थापित किया था लेकिन फोरेंसिक टीम ने उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी और उन्हें मुंबई पुलिस से संपर्क करने को कहा.