मुंबई: मुंबई में परेल-एलफिंस्टन रेलवे ब्रिज पर भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं करीब 36 लोग हादसे में घायल गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को पास के केईएम और दूसरे अस्पतालों में पहुंचाया गया है.
सुबह का वक्त था और छुट्टी का दिन होने की वजह से पुल पर भीड़ ज्यादा थी. हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने दुख जताया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई में ही हैं और वे थोड़ी देर में केईएम अस्पताल जाने वाले हैं.
LIVE UPDATE:
- विदेश दौरे से लौटते ही केईएम अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस.
- एलफिंस्टन रोड रेलवे स्टेशन ब्रिज हादसे के लिए रेलवे ने बारिश को माना जिम्मेदार, अपनी नाकामी से पल्ला झाड़ा
- रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों के साथ बैठक की, बैठक में मुंबई में आठ से दस रेलवे स्टेशन को लेकर चर्चा हुई जहां तुरंत काम शुरू करने की आवश्यकता को लेकर बात की गई.
- एलफिंस्टन जैसे स्टेशन जहां पर पिछले कुछ सालों में ज्यादा कन्सट्रक्शन हुआ है और आसपास के इलाकों में लोगों की आबादी बढ़ी है. लोअर परेल, महालक्ष्मी और कांजुरमार्ग
- ऐसे रेलवे स्टेशन जिनका फुटओवर ब्रिज एलीवेटड है और सीधे सड़क से जुड़ता है जैसे सायन, एलफिंस्टन, महालक्ष्मी इन पर काम करने को लेकर चर्चा हुई
- कई रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जिनमें सिर्फ एक ही एक्जिट है जैसे भाडुंप, और गोवंडी इन स्टेशन पर दूसरे एग्जिट देने को लेकर चर्चा हुई
- कई रेलवे स्टेशन है जहां काम होने के बाद मेन एक्जिट ही बंद कर दिया गया, लेकिन पर्याय फुटओवर ब्रिज नहीं दिया जैसे जोगेश्वरी रेलवे स्टेशन
- कुछ स्टेशन ऐसे हैं जहां एग्जिट नहीं होने के वजह से फाटक को क्रॉस करना पड़ता है - एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट जमा करने को कहा गया, इस पर क्या किया जा सकता है ये बताएं और दो हफ्ते अंदर काम शुरु किया जाए, सरकार की तरफ से फंड दिया जाएगा
- 22 लोगों की मौत, करीब 36 लोग घायल
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ''महाराष्ट्र सरकार और रेल मंत्रालय हादसे की जांच करेंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी. मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे घायलों का इलाज महाराष्ट्र सरकार कराएगी.''
- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी केईएम अस्पताल पहुंचे हैं.
- रेल मंत्री ने कहा, ''मुझे घटना का दुख है और जिन परिवार के लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई हैं उनके लिए मैं सांत्वना व्यक्त करता हूं. जो भी लोग घयाल हुए हैं वो जल्दी ठीक हों. पश्चिमी रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के जरिए हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. सभी परिवारों के लिए मुझे दुख है. इस प्रकार की घटनाएं ना हों इसके लिए हम प्रयास करेंगे और प्रतिबद्ध हैं."
- रेलमंत्री पीयूष गोयल केईएम अस्पताल जा रहे हैं. हादसे में घायल लोगों को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया है कि पश्चिमी रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी इसकी जांच करेंगे. रेल मंत्री ने ट्वीट किया, ''हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायलों के सेहत में सुधार पर की प्रार्थना करता हूं.''
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख जाताय है. उन्होंने ट्वीट किया, ''मुंबई में भगदड़ के हादसे से गहरा दुख हुआ. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना, घायलों के लिए प्रार्थना.''
- मुंबई हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने लिखा, ''मुंबई भगदड़ में जान गवाने वाले मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई में हैं और हर संभव मदद सुनिश्चित कर रहे हैं.''
- आपदा प्रबंधन के मुताबिक हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत, KEM अस्पताल में जख्मी भर्ती हैं और उन्हें खून की जरुरत है लेकिन अस्पताल में खून की कमी हो गई है. लोगों से ब्लड डोनेशन की अपील की जा रही है.
- परेल-एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर शिवसेना ने रेलमंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ लगाए नारे.
- रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई पहुंचे
- आपदा प्रबंधन के मुताबिक इस हादसे में अब तक 22 लोगों की मौत हो गई. कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तो कुछ लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया
- रेलवे के प्रवक्ता अनिल सेक्सेना का कहना है कि अभी तक साफ नहीं है कि ये हादसा क्यों हुआ. लेकिन बारिश की वजह से ब्रिज पर काफी भीड़ थी
- वेस्टर्न रेलवे के पीआरओ नितिन डेविड का कहना है कि हादसा 9.30 बजे हुआ और हादसे की वजह अभी साफ नहीं है
- डिजास्टर मैनेजमेंट के लोगों का कहना है कि इस हादसे में 19 लोग मारे गए
- जिस जगह घटना घटी है, उसके स्थानीय विधायक ने एबीपी न्यूज़ से बताया है कि इस हादेस में 20 लोग मारे गए
- विधायक ने एबीपी न्यूज़ से बताया कि अस्पताल के डीन ने उन्हें 20 लोगों के मारे जाने की जानाकरी दी है
अब तक पूरी तरह से साफ नहीं है कि ये भगदड़ कैसे और क्यों मची, लेकिन जो शुरुआती जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक ब्रिज के एक शेड के गिरने की अफवाह फैली जिससे भगदड़ मची. जब भदगड़ मची उस वक़्त सुबह का वक़्त था और भीड़ बहुत ज्यादा थी. ये घटना सुबह करीब 9.30 बजे घटी.
मुंबई पुलिस का कहना है कि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि ये हादसा क्यों हुआ. हालांकि, उन्होंने ये जानकारी दी कि इस हादसे में 20 लोग गंभीर रुप से घायल हैं और अन्य 10 लोगों को चोटें आई हैं.
क्यों इतने लोग मारे गए?
जैसे ही भगदड़ मची, लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. अफरातफरी के आलम में लोग एक दूसरे पर चढ़ गए, कूदने लगे. लोगों के कूदने और भागने से बड़ी संख्या में लोग गंभीर रुप से जख्मी हो गए. इस अफरातफरी और भगदड़ में जख्मी होने से कई जानें चली गईं.
दरअसल, जहां हादसा हुआ है वहां बारिश हो रही थी, पीक आवर भी था. बड़ी संख्या में लोग इस फुटओवर ब्रिज पर रुक गए और जमा होते गए, तभी ब्रिज की एक शेड के एक टुकड़ा गिरने की अफवाह फैली.. ऐसी अफरातफरी मची की कयामत जैसा समां हो गया. जान बचाने की इस दौड़ कई जानें हमेशा के लिए मौत की नींद सो गईं.
चश्मदीदों का क्या है कहना?
इस हादसे के बाद चश्मदीदों का कहना है कि सारी ग़लती सरकार है. एक चश्मदीद ने ABP न्यूज़ से बताया कि ब्रिज काफी छोटा और संकरा है और सीढ़ियां काफी खराब है, जिसकी वजह से लोग फिसलते गए और इस तरह कई लोगों की जानें चली गई. चश्मदीद का कहना है कि जैसे ही लोग फिसले, अफवाहें फैली, लोग नीचे उतरने की अपाधापी में एक दूसरे पर चढते चले गए और इस तरह ये दुखद हादसा कई जानों को लील गया.
क्या है इस ब्रिज का महत्व?
आपको बता दें कि ये ब्रिज वेस्टर्न और इस्टर्न रेवले लाइन को जोड़ता था और इस ब्रिज पर काफी भीड़ रहती है.