मुंबई:  मुंबई के परेल-एलफिंस्टन रेलवे ब्रिज पर भगदड़ की वजह से 22 लोगों की मौत हो गयी. करीब 36 लोग हादसे में घायल गंभीर रूप से घायल हुए हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है. महाराष्ट्र सरकार घायलों का इलाज कराने के साथ ही मृतकों के परिजनों को 5 लाख रूपये देगी.


एक साल में हुए बड़े रेल हादसे

20 नवंबर 2016

यूपी में कानपुर के पास पुखरायां में इंदौर पटना एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 150 यात्रियों की मौत.

22 जनवरी 2017

आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले में हीराखंड एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 39 लोगों की मौत.

19 अगस्त 2017

यूपी में मुजफ्फरनगर के खतौली में उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 22 लोगों की मौत.

23 अगस्त 2017

यूपी में औरैया में कैफियत एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे, 70 से ज्यादा जख्मी.

29 सितंबर 2017

मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर रेलवे फुटओवर ब्रिज पर हादसा, 22 लोगों की मौत.

आखिर क्यों सरकार और रेलवे हादसे का इंतजार करती रही?

हादसे पर हादसे हो रहे हैं लेकिन कहानी सिर्फ जांच और बहानों पर जा टिकती है. एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज की समस्या की जानकारी रेलवे और सरकार को थी लेकिन समय रहते कुछ किया नहीं गया. आखिर क्यों सरकार और रेलवे हादसे का इंतजार करती रही?

इस साल अब तक रेलवे से 34 जुड़े हादसे

इस साल अब तक रेलवे से 34 जुड़े हादसे हो चुके हैं जिनमें 79 लोगों की मौत हुई. सुरेश प्रभु के रेल मंत्री रहते 3 साल में 300 से ज्यादा छोटी बड़ी रेल दुर्घटनाएं हुई. पीयूष गोयल के रेल मंत्री के रूप में 26 दिन के कार्यकाल में 3 रेल हादसे हुए हैं. पीयूष मंत्री के रहते अब चौथा बड़ा हादसा मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर हुआ है.

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