Banke Bihari Vrindavan: मथुरा में जन्माष्टमी की घटना को लेकर जांच समिति गठित, 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश
Janmashtami Incident in Mathura: मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में मची भगदड़ में दो लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है.
![Banke Bihari Vrindavan: मथुरा में जन्माष्टमी की घटना को लेकर जांच समिति गठित, 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश Stampede In Vrindavan inquiry committee investigate full report within 15 days ANN Banke Bihari Vrindavan: मथुरा में जन्माष्टमी की घटना को लेकर जांच समिति गठित, 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/19/5fcbfd9909b612ef11977a595933fae11660920631793208_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Stampede In Vrindavan: मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Mandir) परिसर में जन्माष्टमी (Janmashtami)की रात हुई भगदड़ के बाद दो लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना को लेकर मंदिर में प्रशासन की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. अब इसकी जांच के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की अध्यक्षता में जांच समिति (Inquiry Committee) का गठन किया गया है.
समिति घटना की पूरी तहकीकात करेगी और 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर इसकी रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह (Additional Chief Secretary Home), अवनीश अवस्थी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. यह घटना किन परिस्थितियों में हुई और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, समिति इसकी जांच करेगी और साथ ही मंदिर परिसर में व्यवस्था सुधार को लेकर भी तहकीकात करेगी. घटना की तहकीकात करने वाली जांच समिति में मंडलायुक्त अलीगढ़ गौरव दयाल भी शामिल होंगे. इस पूरे घटनाक्रम की जांच 15 दिन में पूरी करके रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.
कैसे हुई घटना,कैसे मची भगदड़!
वृंदावन में स्थित बांके बिहारी के प्रसिद्ध मंदिर में शुक्रवार की देर रात कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर भारी भीड़ जुटी थी. भीड़ की वजह से प्रशासन की पूरी व्यवस्था फेल हो गई और अचानक मची भगदड़ की वजह से दो लोगों की जान चली गई. सेवा अधिकारी और प्रबंध कमिटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी ने बताया कि पुलिस प्रशासन या मंदिर प्रशासन की तरफ से कोई सुविधा नहीं थी. भीड़ इतनी होगी ये बात तो पहले से सबको पता थी, लेकिन इसके लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए थे.
सेवा अधिकारी और प्रबंध कमिटी के सदस्य ने बताया कि भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ रहे थे. जब भगदड़ मची तो लोग अपनी जान बचाने के लिए उसी प्रांगण की दीवार पर चढ़ने लगे. भीड़ के अंदर जाने से मंदिर के गार्ड भी डर रहे थे.
प्रशासनिक अधिकारियों पर लगा आरोप
प्रशासन की तरफ से कोई व्यस्था नहीं की गई थी. वीआईपी को पहले दर्शन कराने के लिए दबाव बनाने की भी बात कही जा रही है.आला अधिकारी अपने परिजनों को दर्शन कराने के लिए ऊपर की मंजिल पर ले गए थे और सीढ़ियों का गेट बंद कर दिया गया था.अगर दरवाजा खुला रहता तो शायद ये हादसा नहीं होता.
ये भी पढ़ें:
Delhi शराब घोटाले में ED की एंट्री? CBI ने केस से जुड़ी जानकारी और सबूत सौंपे
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)