Prophet Muhammad Row: पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर नुपूर शर्मा (Nupur Sharma) और नवीन जिंदल (Navven Jindal) की टिप्पणियों के बाद देश के कई राज्यों में हिंसा भड़की. दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, झारखंड, पश्चिम बंगाल में हिंसा की तस्वीरों ने देश को हिला कर रख दिया था. अब इस मामले पर ताबड़तोड़ कार्रवाई (Action Against Violence) हो रही है. देश में हिंसा फैलाने वालों के घर टूट रहे हैं, संपत्ति के नुकसान की भरपाई दंगाइयों से वसूली जा रही है. इस मामले में कई गिरफ्तारियां (Many People Arrest) हुई हैं यहां तक कि उपद्रवियों के पोस्टर जारी करने के आदेश दिए गए हैं.


जुमे की नमाज के बाद मुस्लिमों ने जो विरोध प्रदर्शन किया वो हिंसक हो गया जिसमें कई पुलिस वाले भी घायल हुए थे. कई जगहों पर तो कर्फ्यू तक लगा दिया गया. दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक हिंसा की घटनाएं सामने आईं. उधर, पिछले हफ्ते कतर, सऊदी अरब, यूएई, ओमान, ईरान जैसे देशों ने विवादास्पद टिप्पणियों पर माफी मांगने के लिए राजनयिक विरोध दर्ज कराया. तो आइए जानते हैं कि इस मामले में किस राज्य में क्या कार्रवाई हुई है.


उत्तर प्रदेश


कार्रवाई की शुरूआत करते हैं उत्तर प्रदेश से. यहां सबसे पहले कानपुर में हिंसा हुई जिसके बाद देखते देखते प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद और देवबंद में हिंसा की तस्वीरें सामने आईं. जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों की धर पकड़ चालू की और अब तक 337 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. प्रयागराज में हिंसा का मुख्य आरोपी जावेद के घर को ध्वस्त कर दिया गया तो वहीं कानपुर में हिंसा में भी बुलडोजर वाली कार्रवाई देखने को मिली. इसके साथ ही प्रयागराज में हिंसा में शामिल उपद्रवियों का पोस्टर भी जारी किया जाएगा.


प्रयागराज पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कैमरों, मोबाइल से खींची गई तस्वीरों के आधार पर उपद्रवियों की तलाश शुरू करने की तैयारी की. प्रयागराज के अटाला में 10 जून को हुई हिंसा मामले में उपद्रवियों की धरपकड़ और तेज कर दी गई है. अब तक 92 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस अब उन उपद्रवियों की तलाश के लिए पोस्टर जारी करने का निर्णय लिया है, जो अभी पकड़ से दूर हैं. इस मामले में यूपी पुलिस ने फिरोजाबाद से 18, अम्बेडकर नगर से 41, मुरादाबाद से 40, सहारनपुर से 83, प्रयागराज से 92, हाथरस से 52, अलीगढ़ से 6 और जालौन से 5 गिरफ्तारियां हुई हैं.


झारखंड


झारखंड प्रशासन ने भी हिंसा पर रांची जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. रांची डीसी ने नगर निगम आयुक्त को आदेश दिया है कि मकानों, वाहनों का डिटेल निकालकर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर मुझे दें. रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन उपद्रवियों से रकम वसूलेगा. वहीं अभी तक के अनुसंधान में कुल 28 व्यक्तियों को डिटेन किया गया है जिसमें से पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. कुल 7 नामजद अभियुक्त जख्मी हैं जिनका इलाज चल रहा है. बाकी अभियुक्तों से पूछताछ कर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. पहले 6 अभियुक्तों का इलाज होने की जानकारी सामने आई थी जिसके बाद एक अन्य अभियुक्त मोहम्मद मास, उम्र 27 साल को भी जाड़ा गया है जिनका इलाज चल रहा है. वहीं सुरक्षा के लिहाज से अभी भी रांची में पुलिस बल तैनात है. शहर के कई इलाकों में धारा 144 लगी हुई है लेकिन जरूरी सामान की खरीद के लिए दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक के लिए छूट दी गई है.


पश्चिम बंगाल


पिछले हफ्ते शुक्रवार को जुमे की नमाज (Friday Namaz) के बाद फैली हिंसा (Violence) के मामले में पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी 200 से अधिक गिरफ्तारियां (200 Arrest) हो चुकी हैं. आरोपियों के खिलाफ 42 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, हिंसा प्रभावित जिलों में सोमवार को कुछ इलाकों में छिटपुट विरोध-प्रदर्शनों (Protest) के बाद स्थिति सामान्य है. इन इलाकों में भारी पुलिस बलों (Police Force) की तैनाती की गयी है. तो वहीं रविवार को प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन (Train) पर हमला बोला (Attack) और तोड़फोड़ भी की. लोगों के उग्र विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamta Benarjee) ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है और शांत रहने की अपील की है. बंगाल में छिटपुट विरोध प्रदर्शन जारी रहने के बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई नेताओं ने शांति की अपील की है.


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