जम्मू: भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश सरकार ने जम्मू-कश्मीर स्टेट कॉपरेटिव बैंक का बोर्ड हटा दिया है. इस बैंक में 223 करोड़ रुपए के कर्ज घोटाले का पर्दाफाश हुआ था. जम्मू-कश्मीर स्टेट कॉपरेटिव बैंक में 223 करोड़ रुपए के घोटाले के सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है.
एंटी करप्शन ब्यूरो ने बैंक के चेयरमैन पद से हटाए गए मोहम्मद शफी दांत के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला भी दर्ज कर दिया है. इस मामले में कहीं निष्पक्ष एजेंसी की ओर से कराई गई जांच में सामने आया कि बैंक ने हिलाल अहमद मीर को रिवर झेलम कॉपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी को बनाने के लिए 223 करोड़ रुपए का लोन मंजूर किया, जबकि जांच में पाया गया कि ऐसी कोई सोसाइटी कहीं अस्तित्व में ही नहीं थी.
गौरतलब है कि इस बैंक के पास अधिकतम एक करोड़ का ऋण देने का अधिकार है, लेकिन इसका उल्लंघन करते हुए बैंक में फर्जी सोसाइटी को 223 करोड़ रुपए का ऋण दिया. इस फर्जीवाड़े का पता चलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो और रजिस्टार कॉपरेटिव सोसायटी ने अलग-अलग जांच शुरू की थी.
सरकार ने फिलहाल हिलाल अहमद मीर द्वारा कर्ज की राशि से श्रीनगर के शिवपुरा में खरीदी गई 257 कनाल जमीन को भी अटैच कर लिया है. अब तक की जांच में खुलासा हुआ कि इस सोसाइटी ने बैंक से 300 करोड़ रुपए का ऋण लेने का आवेदन किया था.
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