पुणे: पुणे में सोमवार को अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग युवकों (बधिर) पर पुलिस ने कथित तौर पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए. प्रदर्शन के आयोजकों ने कई दिव्यांग युवकों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस का दावा है कि उसने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिये 'हल्का बलप्रयोग' किया.
राज्य स्तरीय बधिर संघ (एसएलएडी) के सचिव प्रदीप मोरे ने अपने ट्रांसलेटर के जरिए बताया कि सोमवार दोपहर पुणे में समाज कल्याण ऑफिस के सामने 11000 से अधिक दिव्यांग जमा हुए थे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. विपक्षी नेताओं ने प्रदर्शनकारियों पर कथित रूप से हुये लाठीचार्ज को लेकर बीजेपी नीत सरकार पर निशाना साधा है. मुंबई में एक अधिकारी ने कहा कि फडणवीस ने सोमवार रात पुणे के पुलिस आयुक्त से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है.
अधिकारी ने कहा, ''फडणवीस ने पुणे के पुलिस आयुक्त से दिव्यांगों के मार्च पर कथित लाठीचार्ज के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.'' मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगी दिलीप कांबले से इस पर नजर रखने के लिए कहा है. विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी ने पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है.
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