नई दिल्ली: ओएलएक्स पर सेकंड हैंड साइकिल खरीदने की इच्छा जताने वाले आदित्य मेहरा ने ये कभी नहीं सोचा था कि उनकी चोरी हुई साइकिल वापस मिल जाएगी. साइकल की तलाश में जुटे आदित्य ने जब अपनी ही चोरी हुई साईकल ओएलएक्स पर बिकती हुई देखी, तो वह दंग रह गये.
इसके बाद उन्होंने दिमाग से काम लिया और साइकिल बेचने वाले युवक से संपर्क साधा. उससे सौदा तय किया और फिर पुलिस के साथ उस युवक के पास पहुंच गये. जिसके बाद पुलिस ने साइकिल चोरी के गैंग में शामिल 3 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 11 साइकिल बरामद की है. सुनने में साइकिल मामूली शब्द लग रहा है, लेकिन जो साइकिल इन तीनों से बरामद की गई हैं वे विदेशी ब्रांड की हैं. आदित्य की साइकिल(नई) की कीमत लगभग 50 से 60 हजार रुपये के बीच है.
क्या है मामला?
साउथ डिस्ट्रिक के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि गीतांजलि, मालवीय नगर इलाके के रहने वाले आदित्य मेहरा के घर की पार्किंग एरिया से साइकिल चोरी हो गयी. मामले की शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की गई. इस बीच पीड़ित ने ओएलएक्स पर चोरी हुई मॉडल की साइकिल खरीदने के लिए सर्च शुरू की. इंक्वायरी करने पर आशीष कुमार नामक एक शख्स ने उन्हीं की चुरायी गई साइकिल की फ़ोटो दिखाई और सौदे के लिए पीड़ित को मिलने के लिए तेखंड गांव बुलाया. पीड़ित ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और फिर पुलिस के साथ को वहां पहुंच गया. जैसे ही आशीष ने पीड़ित को साइकिल दिखाई, पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
चोरी की साइकिल मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में रखते थे
पुलिस ने जब आशीष ने पूछताछ कि तो उसने खुलासा किया कि ये साइकिल उसने अनिल चंदेलिया से खरीदी थी. अनिल गौतमपुरी इलाके में रहता है. आशीष की निशानदेही पर पुलिस ने अनिल को अरेस्ट कर लिया. अनिल की निशानदेही पर मोहन कोऑपरेटिव मेट्रो स्टेशन के नजदीक पार्किंग से एक और साइकिल बरामद की गयी. अनिल ने पुलिस को बताया कि उसने ये साइकिल गौतमपुरी निवासी राहुल से खरीदी थी. इसके बाद पुलिस ने राहुल को भी अरेस्ट कर लिया. राहुल ही साइकिल चोरी करता था. राहुल की निशानदेही पर 9 और साइकिल बरामद की गयीं.
पॉश इलाकों से चुराता था साइकिल
पुलिस के सामने आरोपी राहुल ने खुलासा किया कि वह पॉश कॉलोनियों से साइकिल चोरी करता था. इसके बाद वह अनिल को बेचता और आगे अनिल आशीष को बेच देता. बाद में आशीष उसी साइकिल को बेचने के लिए ओएलएक्स पर पोस्ट डालता था. पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल दसवीं पास है. अनिल पेशे से ऑटो ड्राइवर है, जो राहुल का पडा़ेसी है. वहीं आशीष एसी मैकेनिक है. वह ओएलएक्स के जरिये दो - तीन महीने पहले ही अनिल के संपर्क में आया था. अनिल पर सनलाइट कॉलोनी थाने में किडनैपिंग का केस पहले से ही दर्ज है.
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