वंदे भारत एक्सप्रेस पर फिर पथराव, इस बार बिहार में हुई घटना, 21 दिनों में चौथी वारदात
Vande Bharat Express: यह घटना शुक्रवार (20 जनवरी) की शाम करीब सवा चार बजे की बताई जा रही है. इस घटना पर यात्रियों ने काफी नाराजगी जताई है.
Stones Pelted At Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर एक बार फिर से पथराव की घटना सामने आई है. हाई-स्पीड ट्रेन को इस बार बिहार के कटिहार में निशाना बनाया गया. ये घटना उस वक्त हुई जब वंदे भारत एक्सप्रेस दलखोला-तेलता रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी. घटनास्थल बिहार के कटिहार जिले के बलरामपुर थाना के अंतर्गत आता है. पुलिस ने शनिवार (21 जनवरी) को यह जानकारी दी.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 22302 डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस के एक कोच की दाईं ओर की कांच की खिड़की के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली थी. शनिवार को एक ट्रेन एस्कॉर्ट पार्टी ने स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया कि कोच नंबर सी-6 में यात्रा कर रहे यात्रियों ने बताया था कि ट्रेन पर पथराव किया गया था. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ लेकिन रेलवे को नुकसान हुआ. इसके बारे में जीआरपी, आरपीएफ को सूचना दी गई है.
20 जनवरी की शाम को हुई घटना
यह घटना शुक्रवार (20 जनवरी) की शाम करीब सवा चार बजे के करीब की बताई जा रही है. न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस की एस्कॉर्ट पार्टी ने बताया, "कोच 6 में बर्थ नंबर 70 पर यात्री ने डालखोला-तेलता रेलवे स्टेशन को पार करते समय पथराव की सूचना दी." पथराव के कारण कोच एक खिड़की का शीशा टूट गया. इसके लिए आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कटिहार के पुलिस अधीक्षक को घटना की जानकारी दी है."
'दोषियों की जल्द होगी गिरफ्तारी'
रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की पत्थरबाजी को अंजाम देने वालों की पहचान करके उनको हर हाल में गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे जल्द ही भेजा जाएगा. वहीं, ट्रेन में सवार यात्रियों ने इस घटना पर नाराजगी जताई और इसे असभ्य बताया. महिलाओं और बच्चों के साथ सफर कर रहे लोगों ने ट्रेन की सुरक्षा को लेकर नाराजगी दिखाई. एक यात्री ने कहा, "यह असभ्य व्यवहार का एक उदाहरण है. अपराधियों को तुरंत दंडित किया जाना चाहिए."
यात्रियों में बढ़ रहा है खौफ
एक अन्य यात्री ने कहा, "यह नई ट्रेन है. कोई इस ट्रेन पर हमला कैसे कर सकता है? यह अस्वीकार्य है." उन्होंने कहा, "यदि यह जारी रहा, तो लोग वंदे भारत लेना बंद कर देंगे और यात्रियों की संख्या कम हो जाएगी. लोगों के पास सुरक्षा तंत्र पर विश्वास करने का कोई कारण नहीं बचेगा. बार-बार हो रही इन घटनाओं ने डर पैदा कर दिया है." उसने कहा, "जो ट्रेन हावड़ा लौटती है वह रात में वहां पहुंचती है. यह और भी खतरनाक है क्योंकि रात में हमले बढ़ सकते हैं."