बालयान खाप के प्रमुख नरेश टिकैत ने कहा कि वे लोग सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं, लेकिन वह यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि कोर्ट उनकी पुरानी संस्कृति और परंपराओं के में हस्तक्षेप करे. अगर सुप्रीम कोर्ट इस तरह के आदेश देगा तो वे लोग लड़कियों को जन्म नहीं देंगे.
उन्होंने कहा कि उनके यहां जो लड़कियां हैं उन्हें वे इतना नहीं पढ़ाएंगे कि वे उनके फैसलों की बात करें. जरा सोचो की क्या होगा जब समाज में लड़कियां कम होती जाएंगी.
बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में खाप पंचायतों को प्रतिबंधित करने के मामले में दायर पीआईएल पर जीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच सुनवाई कर रही थी. पीआईएल में मांग की गई एक ही गोत्र, अंतरजातीय विवाह और अंतरधार्मिक विवाह करने पर खाप पंचायतें ऑनर किलिंग को बढ़ावा दे रही हैं.