नई दिल्ली: कांग्रेस ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने का स्वयं श्रेय लेने पर गुरुवार को मोदी सरकार पर प्रहार किया. पार्टी ने बीजेपी से पाकिस्तान के इस दावे पर जवाब देने को कहा कि कश्मीर और पुलवामा प्रकरण को जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख को प्रतिबंध सूची में डालने की प्रक्रिया से अलग कर दिया गया. कांग्रेस ने पाकिस्तान के इस दावे की निंदा की कि वह अजहर पर प्रतिबंध के प्रस्ताव पर तभी राजी हुआ है जबकि पुलवामा हमले के साथ उसे (अजहर को) जोड़ने की कोशिश समेत सभी राजनीतिक संदर्भों को इस प्रस्ताव से हटा दिया गया.
कांग्रेस ने कहा कि यह गंभीर मामला है और पाकिस्तान की इस शरारत का जवाब दिया जाना चाहिए. सबसे पहले 2009 में भारत ने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए खुद ही प्रस्ताव पेश किया था. फिर 2016 में भारत ने अजहर पर पाबंदी के लिए संयुक्त राष्ट्र 1267 प्रतिबंध समिति में पी 3- अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ प्रस्ताव रखा. अजहर जनवरी, 2016 में पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमले का भी मास्टरमाइंड रहा है.
2017 में पी 3 के राष्ट्रों ने एक बार फिर ऐसा ही प्रस्ताव पेश किया. हालांकि सभी मौकों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के वीटो वाले स्थायी सदस्य चीन ने प्रतिबंध समिति को भारत के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने नहीं दिया. कांग्रेस प्रवक्त राजीव शुक्ला ने केंद्रीय मंत्रियों- अरूण जेटली और निर्मला सीतारमण द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिये गये बयान की निंदा की. उन्होंने कहा कि वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना निरंतर प्रक्रिया का परिणाम है और केवल एक सरकार को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए.
बीजेपी ने ही मसूद अजहर को जम्मू जेल से छोड़ा था- कांग्रेस
राजीव शुक्ला ने कहा, ''हम हाथ जोड़कर उनसे हर चीज का श्रेय नहीं लेने का अनुरोध करते हैं. श्रेय लेना और अपनी प्रशंसा करना बंद कीजिए. देश को यह भी बताइए कि आपने ही अजहर को जम्मू जेल से छोड़ा था. हमने हाफिज सईद को (मुम्बई हमले के बाद) वैश्विक आतंकवादी घोषित करवाया.''
शुक्ला ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने सईद, जकीउर रहमान लखवी और अन्य आतंकवादियों को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराया. उन्होंने कहा, ''मैं पाकिस्तान सरकार के इस दावे की भी निंदा करता हूं कि यह उसकी कूटनीतिक जीत है. वह कह रहा है कि हमने पुलवामा और कश्मीर को उससे असंबद्ध करा दिया और फिर यह घोषणा की गयी.''
शुक्ला ने कहा कि सरकार को पाकिस्तान की इस शरारत (इस दावे) का जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा, ''यह एक गंभीर मामला है. हमारे लिए, पुलवामा बड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि अजहर की सीधी भूमिका थी. उसने मान भी लिया था. (यदि पाकिस्तान के दावे को सही मान लिया जाए तो) इसका मतलब होगा कि पिछली घटनाएं और 26/11 मुम्बई आतंकवादी हमले उसे प्रतिबंध सूची में डाले जाने का आधार है जिसके लिए हमने सारे दस्तावेज सौंपे थे.''
अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किये जाने को भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत करार देते हुए बीजेपी ने गुरुवार को कहा था कि विपक्षी दल इस उपलब्धि पर खुशी मनाने को अनिच्छुक हैं क्योंकि वे महसूस करते हैं कि उन्हें इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ सकती है.
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