Jitendra Gogi: रोहिणी कोर्ट में मारा गया जितेंद्र गोगी कितना बड़ा अपराधी था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली पुलिस की गिरफ्तारी से पहले दिल्ली में उस पर चार लाख रुपये का इनाम था. इसके अलावा हरियाणा की पुलिस ने भी उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. 3 मार्च, 2020 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुग्राम से उसको गिरफ्तार किया था. उसके साथ उसके साथी कुलदीप फज्जा को भी गिरफ्तार किया गया था. वो जीटीबी अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने एनकाउंटर में उसे मार गिराया था. इससे पहले साल 2015 में जब जितेंद्र गोगी को गिरफ्तार किया गया था तो 30 जुलाई 2016 को जितेंद्र पुलिस को चकमा देकर फरार हो था. उस वक्त उसे हरियाणा रोडवेज की बस से नरवाना कोर्ट में पेशी पर ले जाया जा रहा था. तब 10 हथियारबंद बदमाश बस को रुकवाकर जितेंद्र गोगी को अपने साथ लेकर भाग गए थे.


इसके बाद से लगातार बड़ी वारदात में जितेंद्र का नाम सामने आता रहा. 17 अक्टूबर, 2017 को हरियाणा के पानीपत में चर्चित लोकगायिका हर्षिता दहिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हर्षिता को चार गोलियां मारी गई थीं. इस केस में जितेंद्र गोगी का नाम सामने आया था और कहा गया था कि हर्षिता के जीजा ने जितेंद्र गोगी को सुपारी देकर हत्या करवाई है. इसके अगले ही महीने स्वरूप नगर में एक टीचर दीपक बालियान की हत्या कर दी गई, जिसमें जितेंद्र गोगी का ही नाम सामने आया. जनवरी 2018 में अलीपुर के रवि भारद्वाज की 25 गोलियां मारकर हत्या की गई थी. इसमें भी जितेंद्र गोगी ही शामिल था. अभी इसी साल 19 फरवरी को रोहिणी के कंझावला में आंचल उर्फ पवन की भी हत्या जितेंद्र गोगी गैंग ने की थी, जिसमें कम से कम 50 राउंड फायरिंग हुई थी.



इसके अलावा 8 सितंबर, 2019 को दिल्ली के नरेला इलाके में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके वीरेंद्र मान की 26 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. इस केस का भी मुख्य आरोपी जितेंद्र गोगी ही था. तब पुलिस ने जितेंद्र गोगी के शार्प शूटर कपिल को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा जितेंद्र गोगी ने दुबई के एक कारोबारी से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी भी मांगी थी और न देने पर हत्या की धमकी दी थी.


जितेंद्र गोगी का टिल्लू गैंग के साथ 2018 में भी गैंगवार हो चुका है. उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 18 जून को टिल्लू गैंग और गोगी गैंग के बीच जमकर गोलियां चली थीं, जिसमें टिल्लू गैंग के राजू समेत दो और लोगों की मौत हो गई थी. इन दोनों गुटों की गैंगवार में करीब 25 लोगों की अब तक हत्या हो चुकी है. लेकिन ऐसा नहीं है कि टिल्लू और गोगी शुरू से दुश्मन ही थे. इन दोनों के बीच पहले गाढ़ी दोस्ती हुआ करती थी, जो बाद में दुश्मनी में बदल गई.


जितेंद्र गोगी दिल्ली के अलीपुर का रहने वाला था. वह दिल्ली के ताजपुर के रहने वाले सुनील मान ताजपुरिया उर्फ टिल्लू का दोस्त था. साल 2013 तक दोनों अच्छे दोस्त हुआ करते थे. और दोनों ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुके थे. लेकिन इन दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हुई साल 2013 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव से. उस वक्त जितेंद्र गोगी ने छात्रसंघ चुनाव के दौरान संदीप और रविंदर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. संदीप और रविंदर सुनील मान ताजपुरिनया उर्फ टिल्लू के दोस्त थे. टिल्लू ने इसे अपने ऊपर हमला माला और वो गोगी का दुश्मन बन गया.


इस दुश्मनी में अब तक ये दोनों गैंग आठ बार सड़क पर टकरा चुके हैं. कम से कम 30 लोगों की जान गई है. और जितेंद्र गोगी की मौत के बाद एक बार फिर से इस गैंगवार के बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है. हालांकि टिल्लू गैंग का मुखिया सुनील मान तिहाड़ जेल में है, लेकिन उसका गैंग इतना मज़बूत है कि वो जेल में बैठकर ही कोर्ट रूम में फायरिंग करवा दे रहा है. वहीं जितेंद्र गोगी के मरने के बाद भी उसके गैंग में करीब 50 लोग बताए जा रहे हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में बड़ी गैंगवार की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है.


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