नई दिल्ली: 17 जुलाई 2017 को भारत के अगले राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग है. मतदान के तीन दिन बाद 20 जुलाई को देश को पता चल जाएगा कि भारत के 14वें राष्ट्रपति कौन होंगे, क्योंकि उस दिन वोटों की गिनती होनी है.
अब जब देश अपने नए महामहिम को चुनने के लिए कमर कस चुका है. इतिहास के पन्नों पर एक नए राष्ट्राध्यक्ष का आना हकीकत बनने वाला है...
इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं अब तक के सभी राष्ट्रपतियों की पूरी कहानी.
1. भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद थे. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सिवान (उस वक्त बंगाल में था) हुआ था. प्रसाद 26 जनवरी 1950 से लेकर 13 मई 1962 तक देश के राष्ट्रपति रहे. आपको बता दें कि राजेंद्र प्रसाद देश के एकलौते राष्ट्रपति हैं, जो दो बार इस पद पर रहे हैं.
2. भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले ( ब्रिटिश इंडिया के थिरुटनी, मद्रास) में 5 सितंबर 1888 को हुआ था. इनका कार्यकाल 13 मई 1962 से 13 मई 1967 तक रहा. खास बात ये है कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर ही देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इसके अलावा राधाकृष्णन देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति भी रहे, जो उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति पद तक पहुंचे. उनकी मृत्यू 86 साल की उम्र में 17 अप्रैल 1975 को हुई थी.
3. डॉ. ज़ाकिर हुसैन 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक देश के तीसरे राष्ट्रपति रहे. ज़ाकिर हुसैन देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे. खास बात ये है कि ज़ाकिर हुसैन दिल्ली में मौजूद ‘जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ के संस्थापक भी रहे हैं. इनकी मृत्यु 72 साल की उम्र में राष्ट्रपति पद पर ही हुई.
4. भारत के चौथे राष्ट्रपति वराहगिरि वैंकट गिरि बने. इन्हें वीवी गिरी के नाम से जाना जाता है. इनका जन्म 10 अगस्त 1894 को हुआ और मृत्यु 24 जून 1980 को. वीवी गिरि का कार्यकाल 3 मई, 1969 से 20 जुलाई 1969 (एक्टिंग) और 24 अगस्त, 1969 से 24 अगस्त, 1974 (निर्वाचित) तक रहा. वीवी गिरी एक कामयाब वकील भी रहे.
5. देश के पांचवें राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद का कार्यकाल 24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 1977 तक रहा. 13 मई 1905 को जन्में फ़ख़रुद्दीन के कार्यकाल में ही देश में इमरजेंसी लगी. फ़ख़रुद्दीन अली अहमद पेशे से वकील थे. फ़ख़रुद्दीन देश के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति भी बने. यही नहीं फ़ख़रुद्दीन दूसरे ऐसे राष्ट्रपति भी रहे, जिनकी मौत राष्ट्रपति के पद पर ही हुई.
6. नीलम संजीव रेड्डी देश के छठे राष्ट्रपति बने. इनका कार्यकाल 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक रहा. राष्ट्रपति बनने से पहले नीलम संजीव रेड्डी दो बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे. संजीव रेड्डी लोकसभा में स्पीकर भी रहे. संजीव रेड्डी की मृत्यु 1 जून 1996 को हुई.
7. ज्ञानी ज़ैल सिंह देश के सातवें राष्ट्रपति चुने गए. 25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987 तक वो राष्ट्रपति के पद पर रहे. ज़ैल सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री भी रहे. 5 मई 1916 को जन्में ज़ैल सिंह की मृत्यु 78 साल की उम्र में 25 दिसंबर 1994 को पंजाब के चंडीगढ़ में हुई.
8. देश के आठवें राष्ट्रपति आर वेंकटरमण का जन्म 4 दिसंबर 1910 को हुआ था. इनका कार्यकाल 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक रहा. वेंकटरमण वकील होने के साथ-साथ एक राजनैतिक व्यक्ति भी थे. वेंकटरमण की मौत 98 साल की उम्र 2009 में देश की राजधानी नई दिल्ली में हुई.
9. डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा भारत नौवें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए. ये 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक देश के राष्ट्रपति के पद पर रहे. इनका जन्म 19 अगस्त 1918 को हुआ और मृत्यु 26 दिसंबर 1999 को नई दिल्ली में हुई.
10. के. आर. नारायणन देश के 10वें राष्ट्रपति बने. नारायणन देश के पहले दलित थे जिन्हें ये पद मिला. उन्होंने 25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002 तक देश को राष्ट्रपति के तौर पर अपनी सेवाएं दीं. 4 फरवरी 1921 को जन्में नारायणन की मृत्यु 84 साल की उम्र में 9 नवंबर 2005 को नई दिल्ली में हुई.
11. डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति चुने गए. कलाम का कार्यकाल 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक रहा. कलाम देश के बड़े स्पेस साइंटिस्ट्स में शुमार किए जाते थे. खास बात ये है कि कलाम को बच्चों से बहुत प्यार था. कलाम का जन्म 15 अक्तूबर 1931 को हुआ और मृत्यु 27 जुलाई 2015 को मेघालय के शिलोंग में हुई.
12. 19 दिसंबर 1934 को महाराष्ट्र के नडगांव में जन्मीं प्रतिभा देवीसिंह पाटील देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी. उनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012 तक रहा. राष्ट्रपति बनने से पहले प्रतिभा पाटिल राजस्थान की गवर्नर भी रहीं.
13. 25 जुलाई 2012 को प्रणब मुखर्जी देश के 13वें राष्ट्रपति बने. प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई 2017 को खत्म होगा. प्रणब मुखर्जी 11 दिसंबर 1935 को ब्रिटिश बंगाल के मिराती (अभी पश्चिम बंगाल) में जन्में. प्रणब मुखर्जी देश के रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री जैसे अहम पदों पर भी रहे.