UN में बोले भारत-जापान- कोरोना से जल्द निपटने के लिए साइंस-टैक्नोलॉजी में सहयोग मजबूत करना अहम
संयुक्त राष्ट्र में कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए साइंस, टैक्नोलॉजी एंड इनोवेशन में सहयोग पर दिया बल.
न्यूयॉर्क: भारत और जापान ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए साइंस, टैक्नोलॉजी एंड इनोवेशन में सहयोग मजबूत करना अहम है. भारत के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय के वैज्ञानिक सचिव, डॉ अरबिंद मित्रा ने शुक्रवार को यहां साइंस, टैक्नोलॉजी एंड इनोवेशन (एसटीआई) सत्र पर संयुक्त बयान देते हुए कहा कि जापान और भारत ने पिछले महीने कई द्विपक्षीय एवं बहु-हितधारक बैठकों का आयोजन किया.
मित्रा ने 2020 के उच्च स्तरीय राजनीतिक मंच सत्र एसटीआई में जापान और भारत की तरफ से कहा, ‘‘हमारा मानना है कि मजबूत एसटीआई सहयोग कोविड-19 के लिए हमारे ग्रुप एक्शन के साथ ही समावेशी एवं सतत विकास के नींव पर निर्माण कर, मानव सुरक्षा को हासिल करने के लक्ष्य को गति देने में अहम है.”
भारत –जापान ने की मदद की पेशकश
सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) की रूपरेखा के लिए एसटीआई पर वैश्विक प्रायौगिक कार्यक्रम के सदस्य के तौर पर इन दो देशों ने बैठकों का आयोजन किया. उन्होंने कहा कि जापान और भारत ने सतत विकास लक्ष्य के कई क्षेत्रों में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को लागू करने में अपना सहयोग देने की पेशकश की है. इनमें एसटीआई पर संयुक्त राष्ट्र अंतर एजेंसी कार्य बल के साथ सहयोग करना, अफ्रीका से प्रारंभिक देशों और क्षेत्र में देशों का समर्थन करने में, सतत विकास लक्ष्य की रूपरेखा के लिए उनके एसटीआई को तैयार करना और लागू करने में मदद करना शामिल है.
मित्रा ने कहा कि यह दक्षिण-दक्षिण एवं त्रिकोणीय सहयोग की भावना में अनुभव, ज्ञान एवं क्षमताओं को साझा करने से सक्षम होगा.
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