नई दिल्लीः दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को चेतावनी दी कि कोविड-19 के किसी भी मरीज के लिए प्लाज्मा दान करने की प्रक्रिया में अगर पैसों का लेन-देन हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


प्लाज्मा दान करना परोपकारी कार्य


जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 के मरीजों के लिए प्लाज्मा दान करना एक परोपकारी कार्य है. और अगर कोई व्यक्ति प्लाज्मा खरीदने या बेचने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’


उल्लेखनीय है कि दक्षिणी दिल्ली में स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलरी साइंसेज (आईएलबीएस) में देश का अपनी तरह का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित किया गया है. दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में भी हाल में एक प्लाज्मा बैंक स्थपित किया गया.


कौन कर सकता है प्लाज्मा दान?


सीएम केजरीवाल ने राजधानी में देश का पहला प्लाज्मा बैंक की शुरुआत के साथ ही बताया था कि किस उम्र के लोग इसके लिए योग्य हैं. केजरीवाल के अनुसार “अगर आप कोरोना से उबर चुके हैं और आपकी उम्र 18 से 60 साल के बीच है और आपका वजन 50 किलो से ज्यादा है, तो आप कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा दान कर सकते हैं.”


हालांकि जिन महिलाओं ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है या वो लोग जिनमें कोमॉर्बिडिटी (एक साथ कई बीमारियों से ग्रस्त) है, वो प्लाज्मा दान नहीं कर सकते.


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