मिजोरम में एक गांव में इंटरनेट के नेटवर्क की पहुंच नहीं होने की वजह से उस गांव में रहने वाले छात्रों को पहाड़ी के ऊपर मीलो चढ़ाई करनी पड़ती है, ताकि सिग्नल मिल पाए और वे अपनी ऑनलाइन परीक्षा दे पाएं. राज्य की राजधानी आयजोल से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर मिजोरम के इस मवहरेई गांव के छात्रों के पास इसके अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं है.


इस गांव के नजदीक सिर्फ एक टावर है, जहां से सिग्नल आता है. और इसके लिए उस गांव के छात्र पहाड़ी की चोटी पर चढ़ टावर के पास बैठकर परीक्षा देते हैं. मिजोरम यूनिवर्सिटी की तरफ से अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए ऑनलाइन परीक्षाएं ली जा रही हैं.


इसके लिए गांव के लोगों ने पहाड़ी की चोटी पर केले के पत्ते से अस्थाई रूप से एक ठिकाना बनाया है, जहां पर स्टूडेंट्स बैठकर परीक्षा देते हैं. एक स्थानीय छात्र ने बताया कि यह गांव चारों तरफ पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इसकी वजह से वहां पर कोई सिग्नल नहीं पहुंचा पा रहा है.


मिजोरम यूनिवर्सिटी की तरफ से 1 जून से ही ऑनलाइन परीक्षा ली जा रही है. जिसमें करीब 24 हजार बच्चे शामिल हैं, जिनमें से 7-8 छात्र ऐसे हैं जिन्हें ऑनलाइन परीक्षा में बैठने के लिए पहाड़ी की चोटी पर चढ़ना पड़ रहा है.


हालांकि, इस गांव में करीब 700 से 800 लोग रह रहे हैं, लेकिन वहां पर सिर्फ एक टावर लगा हुआ है. ऐसे वक्त में जब देश 5जी नेटवर्क की ओर बढ़ रहा है, कुछ हिस्से ऐसे भी हैं.