नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण काल के दौरान अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जहां पर मंत्रियों से लेकर छात्रों तक एक दूसरे से जुड़ने के लिए तकनीक का सहारा ले रहे हैं. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom कई बार इस्तेमाल किया गया, लेकिन हाल ही में केंद्र सरकार ने जूम ऐप को लेकर कई तरह की शंकाएं भी ज़ाहिर की थीं. इसका कम इस्तेमाल करने की सलाह भी दी थी. जिसके बाद से ही यह मांग उठ रही है कि क्यों ना भारत के पास अपना कोई ऐसा ऐप हो जिसके जरिए लोग एक दूसरे से जुड़ सकें और जहां पर सुरक्षा के लिहाज से भी कहीं कोई खतरा ना हो.


इसी को ध्यान में रखते हुए एनआईटी राउरकेला के कुछ युवाओं ने एक ऐसा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप तैयार किया है, जिसको विदेशी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग एप जूम के विकल्प के तौर पर भविष्य में इस्तेमाल किया जा सकता है. यह स्वदेशी ऐप कई विदेशी एप्स से कहीं अधिक सुरक्षित और यूजर फ्रेंडली भी है.


क्या ख़ास फीचर हैं इस स्वदेशी ऐप में


Sync MyOrg360 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप के ज़रिए 1000 लोग एक साथ जुड़ सकते हैं. इसके ज़रिए जुड़े रहने की समय अवधि की कोई सीमा नहीं है यानी जितनी देर चाहें आप इसके जरिये जुड़े रह सकते हैं. इस ऐप में एचडी वॉइस और वीडियो क्वॉलिटी भी मिलती है. ख़ास बात यह है कि यदि किसी के पास स्मार्ट फोन नहीं है, तब भी आप इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप जरिए हो रही मीटिंग में वॉइस कॉल के माध्यम से शिरकत कर सकते हैं. व्हाइट बोर्ड, स्क्रीन शेयरिंग फीचर, रीयल टाइम चैट, रिकॉर्डिंग की सुविधा दी गई है. वहीं सुरक्षा के लिहाज़ से बात की जाए तो इसे डाउनलोड करने के लिए किसी एक्सटर्नल एप्लीकेशन की जरुरत नहीं होती.


इस एप से डाटा चोरी का खतरा भी कम रहेगा!


इस ऐप के ट्रायल के दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी एनआईटी राउरकेला के छात्रों के साथ जुड़े. इस एप को Sync नाम दिया गया है. इसका मकसद यह है कि ज़ूम जैसी विदेशी एप के जरिए जो एक डाटा चोरी का खतरा हमेशा बना रहता है उसको दूर किया जा सके साथ ही मेक इन इंडिया को भी बढ़ावा दिया जा सके. इसका अभी परीक्षण चल रहा है. इसके बाद इसके इस्तेमाल करने को लेकर फैसला लिया जाएगा. यह अभी प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है.