(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
स्टडी में खुलासा, 2020 में स्मार्टफोन के इस्तेमाल में भारी वृद्धि, मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा प्रभाव
साल 2020 में यूजर्स में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ा है. इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव पड रहा है और ज्यादातर यूजर्स अपनी स्मार्टफोन की लत से चिंतित हैं.
नई दिल्लीः कोविड-19 महामारी में यूजर्स में स्मार्टफोन के इस्तेमाल की लत बढ़ी है और इससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव पड रहा है. ज्यादातर यूजर्स अपनी स्मार्टफोन की लत से चिंतित हैं. इस बात का खुलासा विवो और साइबर मीडिया रिसर्च की स्टडी में हुआ है.
इस स्टडी रिपोर्ट में महामारी के प्रभाव के बारे में बताया गया है. इसमें कहा गया है कि यूजर्स कैसे 2020 में अपने स्मार्टफ़ोन पर और भी अधिक निर्भर हुए हैं. बहुत से यूजर्स अपनी इस लत के बारे में चिंतित हैं, लेकिन इस पर अंकुश लगाने के लिए कुछ करने में असमर्थ हैं.
स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से रिश्तों को नुकसान इस स्टडी को कंडक्ट करने के बारे में बताते हुए विवो इंडिया के ब्रांड स्ट्रैटजी डायरेक्टर, निपुन मरिया ने कहा, “हमारा मानना है कि स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग, कहीं न कहीं रिश्तों को नुकसान पहुंचा रहा है. इसलिए यह मौलिक रूप से हमारे ब्रांड मूल्यों के खिलाफ है. अत्यधिक इस्तेमाल लत की तरफ ले जाता जिससे रिश्तों को नुकसान पहुंचता होता है. ” इस स्टडी का टाइटल 'स्मार्टफोन एंड दियर इंफैक्ट दल ह्यूमन रिलेशनशिप 2020' है.
कई यूजर्स ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वे वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. काम करने के परिणामस्वरूप परिवार के सदस्यों के साथ अधिक समय व्यतीत हो रहा है. स्मार्टफोन पर बीतने वाले वाले औसत समय में भी वृद्धि हुई है.
स्टडी में सामने आया कि 2019 के बाद से प्रति यूजर स्मार्टफोन के डेली यूज में एक बड़ी वृद्धि हुई है. मारिया ने बताया, "2019 से स्मार्टफोन के उपयोग में लगभग 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. पिछले साल इसस्तेतमाल की अवधि 4.5 घंटे थी, और अब यह लगभग 7 घंटे तक हो गई है,"
कई यूजर्स के ऑफिस के काम में वृद्धि हुई है जिससे स्मार्टफोन पर बिताये जाने वाले समय में वृद्धि हुई है. मारिया ने कहा “हमने देखा कि कार्यालय का काम 75 प्रतिशत बढ़ा है, कॉलिंग 63 प्रतिशत, ओटीटी 59 प्रतिशत, वीडियो कंजंप्शन 56 प्रतिशत, सोशल मीडिया का उपयोग 55 प्रतिशत और गेमिंग लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है.''
मानसिक स्वास्थ्य हो रहा प्रभावित स्मार्टफोन के इस्तेमाल में भारी वृद्धि से यूजर्स इसकी लत और उनके रिश्तों पर इसके प्रभाव के बारे में अधिक चिंतित हैं. सर्वे में शामिल लगभग 89 प्रतिशत यूजर्स ने माना कि स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से परिवार के साथ बिताए समय पर प्रभाव पड़ रहा है.
सर्वे में शामिल लगभग 70 प्रतिशत लोगों ने माना कि स्मार्टफोन का यह अत्यधिक उपयोग उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है. 84 प्रतिशत यूजर्स 15 मिनट में अपने फोन चैक करते हैं. जबकि 88 प्रतिशत यूजर अपने स्मार्टफ़ोन को चैक करने को मजबूरी महसूस करते हैं जो कि 2019 में 52 था. यह सर्वे देश के आठ बड़े शहरों के 2000 लोगो में किया गया.
यह भी पढ़ें-
बिल गेट्स ने चेताया- महामारी के दौरान अगले चार से छह महीने हो सकते हैं बहुत बुरे