India China Conflict: चीन ने सोमवार (01 अप्रैल) को अरुणाचल प्रदेश की कई जगहों के नाम बदलकर उन पर अपना दावा किया, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. मामले पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार (02 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने कहा, "भारत के विदेश मंत्रालय ने धूमधाम से घोषणा की है कि मोदी सरकार चीन द्वारा अरुणाचल के कई शहरों के नाम बदलने को अस्वीकार करती है. हम तभी अस्वीकार कर सकते हैं जब हम प्रतिकार करने की स्थिति में हों. जब चीनियों से मुकाबला करने की बात आती है तो मोदी रोने वाले बच्चे हैं. “कोई आया नहीं…” बू हू!"
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा था?
दरअसल, अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा पेश करने की चीन की हालिया कोशिशों के बीच चीन ने भारतीय राज्य में अलग-अलग जगहों के 30 नए नामों की चौथी सूची जारी की. सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने रविवार को बताया कि चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने ‘जंगनान’ में मानकीकृत भौगोलिक नामों की चौथी सूची जारी की. चीन अरुणाचल प्रदेश को ‘जंगनान’ कहता है और दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में इस राज्य पर अपना दावा करता है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि अरुणाचल एक भारतीय राज्य था, है और भविष्य में भी रहेगा. गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर जयशंकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि नाम बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'अगर मैं आपके घर का नाम बदल दूं, तो क्या वह मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश एक भारतीय राज्य था, एक भारतीय राज्य है और भविष्य में भी रहेगा. नाम बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा.' वह भारतीय राज्य पर दावा करने के बीजिंग के ताजा कदम पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे.