JEE/NEET एग्जाम कराना जलियांवाला बाग जैसा जहां मासूमों को मारा गया था- सुब्रमण्यम स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी काफी समय से नीट और जेईई परीक्षाओं को कराने का विरोध कर रहे हैं और इसको लेकर गाहे-बगाहे ट्वीट करते रहते हैं.
नई दिल्लीः बीजेपी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने JEE और NEET एग्जाम को लेकर एक बार फिर अपनी नाखुशी जाहिर की है और इसके साथ साथ देश की अन्य समस्याओं को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है. इन मुद्दों को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने देश के कई मुद्दों को शामिल करते हुए बड़ी बात कह डाली है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा है कि जेईई / एनईईटी परीक्षा सरपट दौड़ने वाले कोविड -19 संक्रमण, लकवाग्रस्त लॉकडाउन के असर के अलावा एक ढहती हुई अर्थव्यवस्था, खिलते हुए मानसून, हमारे क्षेत्र में चीनी ड्रैगन की गोलाबारी और बॉलीवुड में चोर और हत्यारे के माहौल के बीच जलियांवाला बाग़ की तरह हैं जहां मासूमों को गोलियों से भून दिया जाता था.
JEE/ NEET exams in the middle of a galloping COVID-19 infections, paralysing lockdown effects, a collapsing economy, a monsoon in bloom, Chinese Dragon gobbling our territory, & chors and murderers in Bollywood, is like Jallianwala Bagh where innocent were gunned down.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 4, 2020
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी काफी समय से नीट और जेईई परीक्षाओं को कराने का विरोध कर रहे हैं और इसको लेकर गाहे-बगाहे ट्वीट करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने एक ट्वीट में जेईई और नीट परीक्षाएं देने वाले छात्रों की तुलना द्रौपदी से की थी और खुद को विदुर जैसा बताया था जो इस स्थिति में विरोध करने के बावजूद कुछ नहीं कर पाए थे.
भारत-चीन झड़प पर भी मोदी सरकार पर साधा था निशाना सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में चीनी सैनिकों की भारत की सीमा पर दोबारा की गई घुसपैठ की कोशिश के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार को कठोर बनना होगा. अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था ''चीन ने भारत के लिए फैसला कर लिया है, दुख है कि सरकार को इसका एहसास नहीं है. हमें चीन को लेकर फैसला करना चाहिए. कठोर बनिए, मैं फिर कहता हूं, कठोर बनें और टेबल पर मत बैठें. 5 साल में शी जिनपिंग के साथ 18 बार बैठने के बाद चीन भारतीय नेताओं की कोई कद्र नहीं करता.''