SEBI चेयरपर्सन पर हिंडनबर्ग का खुलासा मोदी सरकार के लिए बनेगा मुसीबत? BJP के सुब्रमण्यम स्वामी ने कह दी ये बात
Hindenburg Research: एक यूजर ने सुब्रमण्यम स्वामी की पोस्ट पर लिखा अगर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सही साबित होती है तो यह अडानी समूह के लिए बड़ा झटका साबित होगा.
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Hindenburg Research Report: भारतीय कारोबारी अडानी ग्रुप के खिलाफ सनसनीखेज रिपोर्ट जारी करने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च ने अब बाज़ार नियामक सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर आरोप लगाया है. जिसके बाद से देशभर में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. इस बीच अर्थशास्त्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग का खुलासा मोदी सरकार के लिए सिरदर्द बनने जा रहा है.
वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर की. जिसमें उन्होंने लिखा कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट का ये खुलासा नरेंद्र मोदी सरकार के लिए सिरदर्द बनने जा रहा है. जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स एक्टिव हो गए.
यूजर्स ने सुब्रमण्यम स्वामी की लगाई क्लास
इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर देवेश यादव नाम के यूजर ने सुब्रमण्यम स्वामी की पोस्ट पर लिखा कि मोदी जी ने सेबी और अडानी को खूब सहयोग किया है, अब कैसे डिफेंड करोगे स्वामीजी? कल तक तो राहुल की नागरिकता ढूंढ़ रहे थे? अब क्या करोगे?. जबकि, दूसरे यूजर हिमांशु मिश्रा का कहना है कि हां यह वास्तव में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए सिरदर्द है. अब देखते हैं कि PMO क्या कदम उठाता है?
छोटे निवेशकों को SEBI करता है KYC के नाम पर परेशान
इस दौरान एक अन्य सोशल मीडिया यूजर अर्पण पटेल ने लिखा कि कभी-कभी ऐसा देखा जाता है कि सेबी सिर्फ़ खुदरा निवेशकों के लिए काम नहीं कर रहा है, बल्कि वे बड़े कॉरपोरेट घरानों, खास तौर पर अडानी और अंबानी की मदद कर रहे हैं. जहां पर वो छोटे निवेशकों के लिए वे समय-समय पर केवाईसी मानदंड बदलकर उन्हें परेशान कर रहे हैं. जबकि, दूसरे अन्य यूजर सुधीर देशमुख ने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी की पोस्ट पर लिखा कि कैसे?? अगर सेबी चेयरपर्सन ने कुछ गलत किया है तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा. वह केंद्र सरकार की सास नहीं है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सही हुई तो अडानी के लिए होगा बड़ा झटका
वहीं, एक अन्य यूजर आदर्श आनंद ने सुब्रमण्यम स्वामी की पोस्ट पर लिखा अगर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सही साबित होती है तो यह अडानी समूह के लिए बड़ा झटका साबित होगा.
हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी चीफ़ को घेरा, जानिए क्या हैं आरोप?
दरअसल, अमेरिकी शॉर्ट सेलर फ़ंड हिंडनबर्ग ने रविवार (11 अगस्त) को व्हिसलब्लोअर दस्तावेज़ों का हवाला देते हुए कहा कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की उन ऑफ़शोर कंपनियों में हिस्सेदारी रही है, जो अडानी समूह की वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी हुई थीं. इसमें कहा गया है कि आज तक सेबी ने अडानी की दूसरी संदिग्ध शेयरहोल्डर कंपनियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है जो इंडिया इन्फोलाइन की ईएम रिसर्जेंट फंड और इंडिया फोकस फंड की ओर से संचालित की जाती है.
हालांकि, सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने एक बयान जारी कर अपनी सफाई देते हुए इन आरोपों का खंडन किया है. जहां दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है, ''इन आरोपों में कोई सचाई नहीं है. हमारी ज़िंदगी और वित्तीय लेनदेन खुली किताब है.'
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