सुब्रमण्यम स्वामी ने नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी से कही ऐसी बात कि चौंक जाएंगे जानकर
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने एयरपोर्ट के निजीकरण को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया.
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. इस बार स्वामी ने देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों के निजीकरण के फैसले पर सरकार को निशाने पर लिया. स्वामी इससे पहले भी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी के हवाले से पब्लिश एक न्यूज रिपोर्ट पर रिएक्ट करते हुए स्वामी ने ट्वीट किया, "इसके बजाय क्यों नहीं अडानी को नागरिक उड्डयन मंत्री बनने की अनुमति दी जाए?" इस न्यूज रिपोर्ट में पुरी के हावले से कहा गया था कि नीति आयोग और वित्त मंत्रालय ने देश के छह हवाई अड्डों को अडानी ग्रुप को देने की निजीकरण की प्रोसेस को पूरा करने में कोई आपत्ति नहीं जताई थी.
वित्त मंत्रालय और नीति आयोग डिसीजन प्रोसेस का थे हिस्सा -पुरी
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, संसद में बोलते हुए, पुरी ने कहा, " वित्त मंत्रालय और नीति आयोग डिसीजन प्रोसेस का हिस्सा थे और एम्पावर्ड ग्रुप ऑफ सक्रेट्रीज (ईजीओएस) ने छह हवाई अड्डों की पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के लिए बोली प्रक्रिया की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया. ”
अडानी ग्रुप को मिला था एयरपोर्ट को ऑपरेट करने का जिम्मा अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) को अगले 50 वर्षों के लिए अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरु हवाई अड्डों संचालन की जिम्मेदारी मिली थी. अडानी ग्रुप ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में भी 23.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी.
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी सरकार को कई मुद्दों को लेकर निशाने पर लेते रहे हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हिंसक घटनाओं बाद उन्होंने कहा कि था इससे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की छवि को नुकसान पहुंचा है. साथ ही उन्होंने इसे सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी चूक बताया था. स्वामी ने भारत-चीन डिसइंगेजमेंट को लेकर चीन की मंशा पर उठाए सवाल उठाए थे.
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