Sudan Crisis: सूडान में हिंसा से भारत संग रिश्तों पर कैसा पड़ रहा असर? जानिए सूडानी एंबेसडर ने क्या कुछ कहा
Sudan News: सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए सरकार का ऑपरेशन कावेरी चल रहा है. सूडान से निकाले जाने के बाद भारतीयों को सऊदी अरब के जेद्दा शहर में लाया जा रहा है.
India Sudan Relations: अफ्रीकी देश सूडान (Sudan) में सेना और अर्द्धसैनिक ग्रुप के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है. पिछले 12 दिनों से जारी लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच भारत में सूडान के राजदूत अब्दुल्ला ओमर बशीर एलहुसैन (Abdalla Omer Bashir Elhussain) ने बुधवार (26 अप्रैल) को कहा कि सूडान में चल रहे संकट का अफ्रीकी देश और भारत के बीच संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने युद्धग्रस्त देश से अपने फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए भारत की सराहना भी की.
सूडानी राजदूत ने कहा कि निश्चित रूप से कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं है. यदि कोई प्रभाव है तो वो सकारात्मक है. मुझे लगता है कि इस संकट के दौरान सहयोग और समन्वय का एक अच्छा स्तर है. जो हमें भविष्य में और ज्यादा आशावादी बना देगा. उन्होंने ये भी कहा कि भारत और सूडान, दोनों में बहुत सी सांस्कृतिक समानताएं हैं. एलहुसैन ने कहा कि सूडान में भी दोनों देशों के लोगों के बहुत खास संबंध हैं. हमारे पास मूल रूप से भारत से एक सूडानी समुदाय है, वे 100 साल पहले सूडान आए थे और वे वहां रह रहे हैं और अब वे सूडानी हैं.
अब तक 530 भारतीयों को सुरक्षित निकाला
भारत ने ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से अब तक 530 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया है. मंगलवार को भारतीय वायु सेना के दो परिवहन विमानों के जरिये सूडान से 250 भारतीयों को निकाला गया. इससे पहले नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा के माध्यम से इस हिंसाग्रस्त अफ्रीकी देश से 278 नागरिकों को निकाला गया था. भारत ने सऊदी अरब के शहर जेद्दा में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है ताकि सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने में सुविधा हो सके.
कोई भी गुट लड़ाई खत्म करने को तैयार नहीं
सूडान में दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिए. सूडान में करीब 3000 भारतीयों को निकालने के लिए अभियान शुरू किया गया है. सूडान में संयुक्त राष्ट्र के दूत वोल्कर पर्थेस के अनुसार, संघर्ष विराम के बीच दोनों गुटों के लड़ाई को खत्म करने पर गंभीर बातचीत के कोई संकेत नहीं मिले हैं. वहीं सूडानी राजदूत ने कहा कि विद्रोही पक्ष की ओर से अभी भी उल्लंघन हो रहे हैं, लेकिन मौजूदा संघर्ष विराम पहले की तुलना में बेहतर बना हुआ है.
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