Sudan Violence: सूडान हिंसा में मारे गए भारतीय नागरिक के शव को वतन वापस लाया गया, गोली लगने से हुई थी मौत
Sudan Crisis: अफ्रीकी देश सूडान गृहयुद्ध की मार अभी भी झेल रहा है. सूडान की हिंसा में मारे गए भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन के शव को वतन वापस लाया गया है.
Albert Augustine Body: सूडान हिंसा में मार गए भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन के शव को शुक्रवार (19 मई) को वापस भारत लाया गया. सूडान स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, शव को एयरफोर्स के सी-17 विमान से भारत लाया गया. सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के दौरान हुई हिंसा में अल्बर्ट ऑगस्टाइन की 15 अप्रैल को मौत हो गई थी.
केरल के कन्नूर से कांग्रेस सांसद के सुधाकरन ने 16 अप्रैल को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को पत्र लिखकर अल्बर्ट ऑगस्टाइन के शव को वापस लाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. वहीं, 16 अप्रैल को ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सूडान के खार्तूम की एक कंपनी में काम करने वाले ऑगस्टाइन के निधन पर शोक भी व्यक्त किया था.
विदेश मंत्री ने क्या कहा था?
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था, “खार्तूम में एक भारतीय नागरिक की मौत के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है. दूतावास परिवार को मदद करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है. खार्तूम की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है. हम घटनाक्रमों पर नजर रखना जारी रखेंगे.” वहीं, भारतीय नागरिक के बारे में विवरण साझा करते हुए, सूडान में भारतीय दूतावास ने तब ट्वीट किया था, “ये बताया गया है कि सूडान की एक कंपनी में काम करने वाले भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन की मौत हो गई है. उन्हें गोली लगी थी. दूतावास आगे की व्यवस्था करने के लिए परिवार और चिकित्सा अधिकारियों के संपर्क में है.”
सूडान हिंसा पर अपडेट
गृहयुद्ध से जूझ रहे अफ्रीकी देश सूडान में हिंसा जारी है. हिंसा के कारण वहां से लाखों लोगों को भागना पड़ा. सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, जिनमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए कार्यरत संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) की ओर से इस बारे में जरूरी जानकारी दुनिया को दी गई है.
संयुक्त राष्ट्र के OCHA की रिपोर्ट के मुताबिक, अफ्रीकी देश में सूडानी सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के बीच संघर्ष में कम से कम 676 लोग मारे गए हैं. OCHA ने कहा, "सूडान सशस्त्र बलों और RSF के बीच लगातार संघर्ष चला, उस संघर्ष के चलते खासकर खार्तूम में और उसके आस-पास के इलाकों में कम से कम 676 लोग मारे गए और 5,576 घायल हुए.
बताया जाता है कि इस संकट के कारण वहां 15 अप्रैल के बाद से 9,36,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, इनमें लगभग 7,36,200 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हैं और लगभग 2 लाख लोगों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है.