करीब 80 घंटों तक बोरवेल में फंसे रहे मासूम सुजीत विल्सन की नहीं बचाई जा सकी जान
बच्चा 25 अक्टूबर की शाम को अपने घर के पीछे बने बोरवेल में गिर गया था. वहां से 30 फीट पर वह अटक गया, लेकिन बाद में बच्चा और नीचे चला गया और लगभग 90 फीट पर अटक गया.
चेन्नई: तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे सुजीत विल्सन की मंगलवार को मौत हो गई. बच्चा 80 घंटों से अधिक समय से करीब 90 फुट की गहरायी में फंसा हुआ था. पथरीली मिट्टी और बारिश के कारण बचाव अभियान में काफी दिक्कत आ रही थी. करीब दो वर्षीय बच्चा विल्सन 25 अक्टूबर की शाम को अपने घर के पीछे बने बोरवेल में खेलते वक्त गिर गया था. जिसके बाद से ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी थी. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बच्चे की सलामती की दुआ की. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''मेरी दुआएं हिम्मती सुजीत विल्सन के साथ हैं. सुजीत को बचाने के लिए चल रहे बचाव अभियान के संबंध में मुख्यमंत्री ई. पलानिसामी से मेरी बात हुई है. वह सुरक्षित रहे इसके लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं.''
My prayers are with the young and brave Sujith Wilson. Spoke to CM @EPSTamilNadu regarding the rescue efforts underway to save Sujith. Every effort is being made to ensure that he is safe. @CMOTamilNadu
— Narendra Modi (@narendramodi) October 28, 2019
आज तमिलनाडु परिवहन विभाग के प्रधान सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा, ''दो वर्षीय बच्चे का शरीर अब विघटित अवस्था में है. हमने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश बोरवेल से दुर्गंध आने लगी. विल्सन का शरीर बोरवेल के अंदर बुरी तरह से क्षत-विक्षित हो गया था. बच्चे का शव बरामद होने के बाद खुदाई प्रक्रिया रोक दी गई है.''
बचावकर्ता बच्चे को बाहर निकालने के लिए एक उचित गहरायी तक पहुंचने के वास्ते रविवार से एक और बोरवेल खोदने में जुटे हुए थे और अब खुदाई के काम को तेज करने के लिए जर्मनी की मशीन को काम में लगाया गया था. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कैमरों के जरिए की गई निगरानी से पता चला था कि बच्चा करीब 88 फुट की गहरायी में फंसा हुआ है और उस पर थोड़ी मिट्टी गिर गयी है.