NDA में सहयोगियों की राय नहीं लेती सरकार, अखबार पढ़कर फैसलों के बारे में पता चलता था- सुखबीर सिंह बादल
किसान बिल के विरोध में शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग हो चुकी है. पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सरकार पर निशाना साधते हुए ये बात कही.
नई दिल्ली: एनडीए से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एनडीए में रहते हुए भी सहयोगियों से सरकार राय नहीं लेती है. उन्होंने सोमवार को कहा कि अखबार पढ़कर सरकार के फैसलों के बारे में पता चलता था.
इससे पहले सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट करते हुए कहा, “हमारे किसानों को बचाने के लिए मैं पंजाब की बीजेपी इकाई, सभी राजनीतिक दलों और संगठनों को साथ आने का आग्रह करता हूं. कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की जरूरत है और शिरोमणि अकाली दल इस दिशा में किसी भी प्रयास करने के लिए तैयार है.”
बता दें कि किसानों से जुड़े बिलों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल एनडीए से रिश्ता खत्म कर चुकी है. इसी के विरोध में हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. वो शिरोमणि अकाली दल से मोदी कैबिनेट में एक मात्र सदस्य थीं.
एनडीए से रिश्ता खत्म करने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने फैसला किया है कि वह दिल्ली नगर निगम में एनडीए के साथ वाले सभी पदों को छोड़ेगी. सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने इस बात का एलान किया.
उधर कृषि बिल के विरोध में पंजाब और हरियाणा में प्रदर्शन जारी है. पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का रेल रोको अभियान जारी है. इस संगठन के महासचिव ने कहा, “हमारा विरोध 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा. हम देश भर के किसानों से मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने की अपील करते हैं.”
वहीं सोमवार को दिल्ली में राजपथ पर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए एक ट्रैक्टर में आग लगा दी. दिल्ली पुलिस ने कहा कि इसको लेकर कई धाराओं के तहत केस दर्ज किए गए हैं, जिसमें गैरजमानती धारा भी शामिल है. इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी हुई है और दो गाड़ी जब्त किए गए हैं.
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