Bomb Threat in Iranian Jet: राजस्थान के जोधपुर में जिस समय स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर एलसीएच की इंडक्शन सेरेमनी चल रही थी, उसी वक्त ईरान के एक यात्री विमान में बम की सूचना से मचे हड़कंप से निपटने के लिए वायुसेना ने इसी जोधपुर एयर बेस से एक सुखोई फाइटर जेट्स को स्क्रैम्बल किया. एक फाइटर जेट पंजाब से किया यानी कुल दो फाइटर जेट स्क्रैम्बल किए गए थे. हालांकि, बाद में बम की सूचना को अफवाह करार दे दिया गया. सोमवार (3 अक्टूबर) को ईरान की महान एयर लाइंस के एक यात्री विमान में बम की सूचना मिली थी.
विमान ईरान से चीन जा रहा था और जब बम की सूचना दी गई तब ये पाकिस्तान के एयर स्पेस से भारत में दाखिल हो रहा था. भारतीय वायुसेना के मुताबिक ईरान के प्लेन के खतरे को देखते हुए जोधपुर एयर बेस से सुखोई लड़ाकू विमानों को स्क्रैम्बल किया गया. स्क्रैम्बल यानी लड़ाकू विमानों को खतरे से निपटने के लिए चंद मिनटों में उड़ान भरना. विमान के पायलट को पहले जयपुर और फिर चंडीगढ़ में लैंड कराने का विकल्प दिया था, लेकिन पायलट ने दोनों जगह लैंड कराने में मना कर दिया. इसी दौरान ईरान की राजधानी तेहरान से जानकारी मिली कि इस बम की सूचना को 'डिस-रिगार्ड' यानी अनदेखा कर दिया जाए.
बांग्लादेश और म्यांमार में नहीं हो पाया दाखिल
विमान में बम की सूचना को 'डिस-रिगार्ड' करने के बाद ही अंतिम गंतव्य की तरफ जाने दिया गया. मानकों का पालन करते हुए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ- साथ ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAAS) के समनव्य से ईरान के विमान को एक सुरक्षित दूरी पर रखा गया. ईरान के विमान को तब तक रडार सर्विलांस पर रखा गया जब तक कि वो भारत की एयर स्पेस से पहले बांग्लादेश और फिर म्यांमार नहीं दाखिल हो गया.
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