Sukhvinder Singh Sukhu: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चार बार के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री होंगे. कांग्रेस हाईकमान ने शनिवार को इस पर मोहर लगा दी. इसके साथ ही उनके नाम की घोषणा भी कर दी. इससे पहले मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम था. लेकिन उनके नाम पर सहमति नहीं बन पाई. 


क्यों विधायकों की पसंद हैं सुखविंदर सिंह सुक्खू


कांग्रेस के 40 विधायकों में से, सुखविंदर सिंह सुक्खू को आधे से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है. अपने जनपद में उनकी पकड़ की बात करें तो, सुक्खू हमीरपुर जिले की नादौन तहसील से आते हैं. यह जिला भाजपा के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का भी है. यहां की पांच विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने चार सीटें जीतीं, जबकि पांचवीं भी एक कांग्रेसी नेता के पास गई, जो बागी बन गए. इस इलाके में केंद्रीय मंत्री सहित कई बीजेपी दिग्गजों ने जमकर प्रचार किया था. आए नतीजों से इलाके में सुखविंदर सिंह सुक्खू की पकड़ को दर्शाता है.


साफ़ छवि ने दिलाई सीएम की कुर्सी 


मुख्यमंत्री की रेस में और जो नाम थे वे किसी बड़े नेता की विरासत संभाल रहे थे. जैसे प्रतिभा सिंह और मुकेश अग्निहोत्री ने दिवंगत "राजा" वीरभद्र सिंह की छाया में राजनीति शुरू की. प्रतिभा सिंह तो वीरभद्र सिंह की पत्नी ही हैं. वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी पहचान खुद बनाई है. साफ़ छवि और गांधी परिवार में नजदीकियों का फायदा भी मिला.


जमीन और पहाड़ का ट्रेंड भी बदलना था


हिमाचल प्रदेश में हमेशा से पहाड़ से आने वाले को ही मुख्यमंत्री बनाया गया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर से ताल्लुक रखते हैं. ऐसे में पार्टी हाईकमान इस ट्रेंड को भी बदलने की कोशिश में थी. अब सुखविंदर को सीएम बनाकर ये ट्रेंड बदल दिया गया.


'फायरब्रांड' नेता हैं सुखविंदर सिंह सुक्खू


'फायरब्रांड' शब्द का इस्तेमाल अक्सर सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए किया जाता है, छात्र राजनीति के दिनों से ही सुक्खू को 'फायरब्रांड नेता के तौर पर जाना जाता है. इसके साथ ही सुखविंदर सिंह सुक्खू के अंदर जबरदस्त लीडरशिप क्वालिटी है. 


राहुल की टीम के होने का मिला फायदा 


सुखविंदर सिंह सुक्खू शुरुआती दिनों से ही राहुल गांधी की टीम का हिस्सा रहे हैं. वह सभी मापदंडों पर खरे उतरते हैं. इसके साथ ही सुखविंदर सिंह सुक्खू की उम्र 58 साल है. इससे वे राज्य में पार्टी की अगुवाई लम्बे समय तक कर सकते हैं. साथ ही राहुल गांधी के बेहद भरोसेमंद माने जाते हैं. 


प्रियंका गांधी के करीबी बन गए सुखविंदर


हिमाचल प्रदेश चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने शिमला में डेरा डाल रखा था. शिमला में स्थित अपने घर से वह पूरे चुनाव पर नजर बनाए हुईं थीं. इस दौरान सुखविंदर सिंह के साथ मिलकर उन्होंने चुनाव का पूरा एजेंडा सेट किया. सुखविंदर कैंपेन के प्रभारी थे. ऐसे में दोनों ने मिलकर पूरे चुनाव की रूपरेखा ही बदल डाली. 


पंजाब तक पड़ेगा असर


हिमाचल प्रदेश से सटे पंजाब में इस बार कांग्रेस को काफी नुकसान उठाना पड़ा. सत्ता तो हाथ से गई ही, साथ में सीटों में भी भारी नुकसान उठाना पड़ा. ऐसे में सुखविंदर सिंह सुक्खू के जरिए कांग्रेस पंजाब में भी अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश करेगी.


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