दिल्ली/रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को नक्सलियों का बहुत बड़ा हमला हुआ है. इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए हैं. इस नक्सली हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इन जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी.



जवानों की शहादत के पीछे कौन?


नक्सलियों के गढ़ सुकमा में 25 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के पीछे कुख्यात नक्सली नेता हिड़मा का हाथ बताया जा रहा है. हिड़मा ने तीन सौ के करीब नक्सलियों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया.


सूत्रों के मुताबिक नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) ने इस हमले को अंजाम दिया है. ये नक्सली संगठन बुरकापाल और चिंतागुफा इलाकों में बेहद सक्रिय है.


कौन है हिड़मा?


पीएलजीए की पहली बटालियन (पीएलजीए-1) का मुखिया हिड़मा है. 25 साल का हिड़मा सुकमा के पालोडी गांव का रहने वाला है. हिड़मा को घात लगाकर हमला करने का मास्टर माना जाता है. हिडमा और उसकी पीएलजीए-1 बटालियन पिछले कुछ सालों में यहां पर कई बड़े हमले सीआरपीएफ पर कर चुका है. दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में 2010 में एक हजार नक्सलियों ने 76 जवानों की हत्या की थी.


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पहले भी कर चुका हमले


दरभा के झीरम घाटी में 23 मई 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर कांग्रेस के बड़े नेताओं समेत 31 लोगों की हत्या कर दी थी. इस हमले को हिमड़ा ग्रुप ने ही अंजाम दिया था.