Sun Launches Strongest Solar Flare: सूरज से मंगलवार को एक बार फिर सौर ज्वाला भड़की. इनकी तीव्रता X8.7 बताई गई है. ये पिछले 50 सालों में निकली ज्वालाओं में सबसे खतरनाक सौर ज्वाला बताई जा रही है. सूरज पर हुए तेज विस्फोटों के चलते वैज्ञानिकों ने इस हफ्ते पृथ्वी पर शक्तिशाली सौर तूफान का अलर्ट जारी किया है. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के मुताबिक, इस सौर तूफान के चलते धरती पर रेडियो ब्लैकआउट का खतरा मंडरा रहा है. 


इससे पहले पिछले हफ्ते X2.2 कैटेगरी की सौर ज्वाला उठी थी. इसका असर कई देशों में देखने को मिला था.सूरज पर 11 मई से 14 मई के बीच चार बड़े धमाके हुए हैं. इनमे से ज्यादातर एक ही स्पॉट पर हुए. 






एनओएए का कहना है कि ऐसी सौर लहर आधी सदी में नहीं निकली. NOAA की रिपोर्ट के मुताबिक, सूरज के एकदम किनारे के हिस्से ये खतरनाक सौर ज्वाला निकल रही हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि जब सौर तूफान धरती से टकराया, तब इसका ज्यादा असर अमेरिका के कुछ हिस्सों में देखने को मिल सकता है और रेडियो ब्लैकआउट होने की संभावना है. हालांकि, एनओएए का कहना है कि सौर तूफान से किसी भू-चुंबकीय तूफान के आने की संभावना नहीं है. 


सूरज से पिछले कई दिनों से सौर ज्वालाएं निकल रही हैं. 10 मई को, X5.8 कैटेगरी की ज्वाला भड़की थी. इसके बाद मंगलवार को कुछ घंटों के भीतर ही X1.7, X1.3 और X8.7 तीन ज्वालाएं सूर्य से निकलीं. ये पिछले 11 साल में सबसे बड़ी सौर ज्वाला थी.


कितना खतरनाक होता है सौर तूफान?


NASA के मुताबिक, धरती पर रहने वाले लोगों के लिए सौर तूफान खतरनाक नहीं होता है. धरती पर रहने वाले लोगों को पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र और वातावरण सौर तूफान के सीधे असर से बचाता है. सौर तूफान के वक्त हमें किसी रेडिएशन से सुरक्षा की जरूरत नहीं है, हमारा ग्रह यह करता है.