Mizoram-Assam border clash: मिजोरम और असम के बीच 26 जुलाई को भड़की हिंसा के बाद से स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है. दोनों राज्यों के लोगों के बीच हिंसक झड़प के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 306 बाधित है, जो असम से होकर मिजोरम तक जाता है. इसकी वजह से मिजोरम में पेट्रोल-डीजल का भारी संकट पैदा हो गया है. ममित विधानसभा से विधायक और वाइस चेयरमैन ऑफ रोड एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड एच. ललजिरलियाना ने कहा कि 26 जुलाई से एनएच ब्लॉक किए जाने की वजह से एक भी गाड़ी आवश्यक सेवाओं और दवाओं को लेकर नहीं पहुंची है.


एक पेट्रोल पंप कर्मचारी ने कहा कि वे इस पंप पर काम करते आ रहे हैं लेकिन ईंधन उपलब्ध नहीं होने की वजह से मुश्किलें बढ़ गई है. उसने बताया कि जब लोग आते है तो हम उन्हें नहीं में जवाब देते हैं. पहले हम थोड़ा-थोड़ा देते थे लेकिन अभ पंप पूरी तरह से खाली हो चुका है.


मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. लालथंगलियाना ने सोमवार को केंद्र को पत्र लिखकर असम में ‘नाकेबंदी’ के चलते वहां से उनके राज्य में कोविड-19 परीक्षण किट समेत चिकित्सा आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने का आरोप लगाते हुए उससे इस कथित पाबंदी को हटाने के लिए दखल देने की अपील की. लालथंगलियाना ने रविवार को भी ऐसा ही आरोप लगाया था लेकिन असम के अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया और कहा कि ऐसी कोई नाकेबंदी नहीं की गयी है.

राष्ट्रीय राजमार्ग-306 पर मिजोरम जाने के प्रवेश मार्ग पर वैरेंगटे पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 26 जुलाई से कोई भी वाहन असम से राज्य में नहीं आया. उल्लेखनीय है कि उसी दिन पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़प हुई थी और सात लोगों की जान चली गयी थी एवं 50 से अधिक अन्य घायल हो गये थे.

राष्ट्रीय राजमार्ग-306 मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है एवं राज्य में ज्यादातर आपूर्ति इसी मार्ग से आती है. लालथंगलियाना ने केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ मुझे यह जानकर बड़ी मायूसी हुई है कि कोविड-19 परीक्षण किट समेत चिकित्सा आपूर्ति बराक घाटी में नाकेबंदी के चलते हमारे राज्य में प्रवेश से रोक दी गयी है.’’

उन्होंने लिखा, ‘‘ इससे उन मरीजों के लिए जरूरी दवाइयों की उपलब्धता बहुत प्रभावित हुई जो गंभीर स्थिति में हैं तथा जो कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि यहां तक कि ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन संयंत्र सामग्री और कोविड-19 परीक्षण किट को भी मिजोरम में आने नहीं दिया जा रहा है जबकि राज्य कोविड-19 में तीव्र वृद्धि से गुजर रहा है और यदि चिकित्सा आपूर्ति लंबे समय तक अवरूद्ध रहती है तो उसके सामने एक बड़ा स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है.

मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया कि मिजोरम में संचालन कर रहे गुवाहाटी के सभी ट्रांसपोर्टर को सीमा विवाद हिंसा के बाद से सुरक्षा चिंताओं के बहाने राज्य में मालों को नहीं ले जाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘ इससे राज्य में मूलभूत दवाइयों, जीवन रक्षक औषधियों एवं कोविड-19 दवाइयों समेत किसी भी प्रकार के सामान की ढुलाई थम गयी है.’’


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