लोकसभा और विधानसभा चुनाव पूरी तरह से वीवीपैट युक्त EVM से कराने के लिए प्रतिबद्ध: EC
आयोग द्वारा बुधवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव तक मतदान पर्ची से जुड़ी वीवीपैट मशीनों की आपूर्ति नहीं हो पाने की आशंकायें निराधार हैं.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने अगले साल लोकसभा चुनाव में वीवीपैट युक्त ईवीएम की कमी की आशंकाओं को खारिज किया है. इसके साथ ही भविष्य में होने वाले सभी चुनाव पूरी तरह से वीवीपैट से ही कराने का भरोसा दिलाया है. आयोग द्वारा बुधवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव तक मतदान पर्ची से जुड़ी वीवीपैट मशीनों की आपूर्ति नहीं हो पाने की आशंकायें निराधार हैं. आयोग लोकसभा चुनाव और इसके पहले विधानसभा चुनाव और उपचुनाव पूरी तरह से वीवीपैट युक्त ईवीएम से कराने के लिये प्रतिबद्ध है.
The Election Commission of India would like to allay any unfounded apprehensions regarding the supply of VVPATs for Lok Sabha Election in 2019. It is committed to 100% deployment of VVPATs at all polling stations in future General & by polls: Election Commission. pic.twitter.com/aszLWivIbe
— ANI (@ANI) September 26, 2018
आयोग ने कहा कि आगामी आम चुनाव में देश में सभी मतदान केन्द्रों पर जरूरत के मुताबिक 17.45 लाख वीवीपैट मशीनों की आपूर्ति की जिम्मेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों बीईएल और ईसीआइएल को सौंपी गयी है. इनमें से अब तक 9.45 लाख मशीनों का निर्माण हो चुका है और दोनों कंपनियों ने शेष आठ लाख मशीनों की आपूर्ति इस साल नवंबर तक सभी संबद्ध राज्यों को कर देने का आश्वासन दिया है.
आयोग ने मशीनों के निर्माण और पूर्ति पर स्वयं नजर रखने की जानकारी देते हुये बताया पिछले चुनावों में मतदान के दौरान ईवीएम में गड़बड़ियों की शिकायतों को देखते हुये अगले आम चुनाव के लिये मशीनों की संख्या में 125 से 135 फीसदी तक बढ़ोतरी की गयी है. जिससे कि मतदान के दौरान मशीनों में गड़बड़ी होने पर इन्हें अविलंब बदला जा सके.
आयोग ने कहा कि कैराना और भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट के उपचुनाव में अत्यधिक धूप के कारण कुछ मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों के मद्देनजर नयी मशीनों के लिये सॉफ्टवेयर में भी सुधार किया गया है. जिससे मौसम संबंधी कारकों का मशीन की कार्यप्रणाली पर कोई असर न हो. पिछले दो दशक में तीन लोकसभा और 113 विधानसभा चुनावों में ईवीएम के सफल इस्तेमाल को सराहनीय बताते हुये आयोग ने भविष्य में भी इसके बेहतर परिणामों के प्रति विश्वास व्यक्त किया है.