नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच तब्लीगी जमात एपिसोड के उजागर होने के बाद टीवी रिपोर्टरों और एंकरों को धमकियां मिल रही हैं. लोगों के जरिए टीवी चैनलों , रिपोर्टरों और एंकरों को जान से मारने की बातें कहीं जा रही हैं. अब इस मामले पर संज्ञान लेते हुए न्यूज ब्रॉडकॉस्टर्स एसोसिएशन यानि NBA ने इन धमकियों की आलोचना की है. इसे लेकर उन्होंने पुलिस और प्रशासन से कहा है कि धमकी देनों वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए.


इसके साथ ही एनबीए ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में टीवी चैनलों ने जो जागरुकता फैलाने का काम किया है वो सराहनीय है.


एनबीए की डिमांड


NBA ने कहा,'' समाचार चैनलों में काम करने वाले एंकर और पत्रकारों को विशेष रूप से व्हाट्सएप, टिकटॉक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से टारगेट किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो चल रहे हैं जिनमें कुछ धार्मिक प्रचारक कुछ टीवी न्यूज़ एंकरों का नाम ले रहे हैं और उन चैनलों के पत्रकारों पर हमले की धमकी दे रहे हैं. एनबीए समाज के एक वर्ग में इस घृणित प्रवृत्ति को दृढ़ता से उजागर करता है और सरकार और कानून लागू करने वाली एजेंसियों से ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्काल प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने की अपील करता है.''


NBA ने आगे कहा,'' इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने वर्तमान लॉकडाउन के दौरान भारत में कोरोनावायरस महामारी की रिपोर्टिंग में बेहतरीन काम किया है. वह निष्पक्ष, सटीक और संतुलित रहा है. समाज के सभी वर्गों को कोरोनावायरस महामारी पर टीवी डिबेट में उचित प्रतिनिधित्व दिया जाता है. एनबीए ने धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा समाचार चैनलों के खिलाफ धमकी भरे मैसेज देने की कड़ी निंदा की है. इस तरह की गतिविधियां हमारे संविधान में निहित मौलिक अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन हैं.''