Nisith Pramanik Convoy Attack: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रामाणिक के काफिल पर हुए हमले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाई कोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश गुरुवार (13 अप्रैल) पर रोक लगा दी.
सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट से कहा कि वो इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस के पेश किए गए नए मैटेरियल देखें औऱ फिर फैसला लें कि सीबीआई से इस मामले की जांच की जरूरत है या नहीं. दरअसल उच्च न्यायालय ने 28 मार्च को इस मुद्दे पर सीबीआई जांच करने को कहा था. यह बात अदालत बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की दायर की गई जनहित याचिका पर सुनाया था.
निशीथ प्रामाणिक ने क्या कहा था?
निशीथ प्रामाणिक के काफिले पर हुए हमले को लेकर कहा था कि ये ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के समर्थकों ने किया है. प्रामाणिक ने आगे कहा था पश्चिम बंगाल में जब केंद्रीय मंत्री सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी का क्या होगा. इसे राज्य के लोग देख रहे हैं. उन्होंने साथ ही दावा किया था कि यहां कानून व्यवस्था सही नहीं है. बीजेपी इसको लेकर लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर है.
'बीजेपी उकसा रही है'
टीएमसी नेता जयप्रकाश मजूमदार ने प्रामाणिक के आरोपों पर कहा था कि बीजेपी नेता दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी और बीजेपी के वर्कर पश्चिम बंगाल में शांति भंग करने के लिए लोगों के उकसा रहे हैं. यह बात सही नहीं है कि टीएमसी के लोगों ने हमला किया है.
मामला क्या है?
गृह एवं युवा मामले और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रामाणिक 25 फरवरी को बीजेपी के कार्यकर्ताओं से कूचबिहार के दिनहाटा में मिलने जा रहे थे. इसी दौरान उनके काफिले पर पथराव हुआ. इससे कई गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे.