नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज रोड सेफ्टी से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार और संबंधित विभागों से पूछा कि दिल्ली और मुंबई की सड़कों पर कितने गड्ढे हैं? इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी पूछा कि दिल्ली मुंबई की सड़कों पर जो गड्ढे हैं उनकी वजह क्या है, जिम्मदारी किसकी है? और इन गड्ढों को लेकर सरकार और संबिधित विभाग क्या कर रहे हैं?


सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान बताया गया कि देश में हर साल तकरीबन 1 लाख 60 हज़ार लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत होती है, जिनमें से कुछ मौतें सड़कों पर बने गड्ढों की वजह से भी होती हैं. कोर्ट के सवाल के जवाब में सरकारी वकील ने कहा कि उनको जवाब देने के लिए कुछ दिनों का वक्त दिया जाए. कोर्ट ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या गड्ढे इतने ज्यादा हैं कि अधिकारियों को गड्ढे गिनने के लिए वक्त चाहिए? मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी.


पिछले साल की तुलना में इस साल कम गड्ढे: सीएम फडणवीस
हाल ही में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सड़क के गड्ढों को लेकर बड़ा दावा किया था. सीएम फडणवीस के मुताबिक पिछले साल की तुलना में मुंबई में इस साल कम गड्ढे हैं. सीएम ने कहा, ''मुंबई की सड़कों पर 4044 गड्ढे हैं, बीएमसी इन्हे 'कोल्डमिक्स' के जरिए भर रही है. सोशल मीडिया पर गड्ढों और कई इलाकों में पानी भरने की तस्वीरें वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया.