'सिक्योरिटी... इन्हें निकालो', वकील ने ऐसा क्या किया, जो सुप्रीम कोर्ट ने दिखा दिया बाहर का रास्ता?
Supreme Court: दूसरी तरफ सुनवाई के दौरान दलीलों से सहमत न होते हुए पीठ ने याचिका पर विचार करने से भी इनकार कर दिया. शीर्ष अदालत ने कहा कि आपके मामले में कुछ भी नहीं है. इसी के बाद बहस बढ़ गई.
Supreme Court Latest News: सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (15 अक्टूबर 2024) को एक दिलचस्प मामला सामने आया. यहां एक मामले में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता और जजों के बीच ऐसी बहस हुई कि जजों ने सुरक्षाकर्मियों को बुलाकर याचिकाकर्ता को ही कोर्टरूम से बाहर निकलवा दिया.
दरअसल, सुनवाई के दौरान जजों ने याचिकाकर्ता को सलाह दी थी कि जज के नाम का इस्तेमाल न करें. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी बात सुनी जाए. इसके बाद जजों और याचिकाकर्ता के बीच तीखी नोकझोंक हुई. नाराज सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कोर्ट रूम से बाहर निकालने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुला लिया और उन्हें बाहर ले जाने को कहा.
जजों ने नाम न लेने का किया अनुरोध
वहीं, दूसरी तरफ दलीलों से सहमत न होते हुए पीठ ने याचिका पर विचार करने से भी इनकार कर दिया. शीर्ष अदालत ने कहा कि उनके मामले में कुछ भी नहीं है. हालांकि, मामले पर बहस कर रहे हुबलीकर ने जोर देकर कहा कि अदालत उनके अनुरोध पर सुनवाई करे. इस दौरान हुबलीकर पूर्व मुख्य न्यायाधीश पर आरोप लगाते रहे. यह सुनकर जजों की पीठ ने टिप्पणी की, "हम जुर्माना लगाने जा रहे हैं. आप न्यायाधीश का नाम मत लीजिए. आपके मामले में कुछ भी नहीं है."
याचिकाकर्ता ने कहा- ये मेरे साथ अन्याय
जजों की इन बातों को सुनकर हुबलीकर ने कहा, "कुछ भी नहीं? यह कैसे कहा जा सकता है? यह मेरे साथ अन्याय है. कम से कम मुझे अपनी मृत्यु से पहले न्याय तो मिलना चाहिए. इस पर अदालत ने याचिका खारिज करने के अपने इरादे को दोहराया. इसके बाद जजों ने कहा, "क्षमा करें, हम हस्तक्षेप नहीं कर सकते. आपकी सभी याचिकाएं खारिज की जाती हैं."
जज के माफी मांगने पर भी उठा दिया सवाल
याचिका खारिज होने की बात सुनते ही हुबलीकर ने कहा, "आप कैसे माफी मांग सकते हैं? इस अदालत ने मेरा जीवन दुखी कर दिया है." इस बात को सुनकर न्यायमूर्ति त्रिवेदी ने हुबलीकर को कोर्टरूम से बाहर निकालने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुलाया. पीठ ने चेतावनी देते हुए कहा, "हमें आपके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर मत करो. अगर अब आप एक भी शब्द बोलते हैं, तो आप बाहर हो जाएंगे."
हुबलीकर ने व्यवहार में नरमी से भी किया इनकार
हुबलीकर ने जज की इस चेतावनी को भी नजरअंदाज किया और अपने व्यवहार में नरमी से इनकार कर दिया. हुबलीकर ने कहा, "मैडम, आप मेरे खिलाफ अन्याय कर रही हैं. शिकायतकर्ता के खिलाफ नोटिस जारी करने में क्या समस्या है?" ये बात सुनकर जज गुस्से में आ गए और उन्होंने कहा, "सुरक्षाकर्मी, कृपया इन्हें बाहर निकालो."
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