हिंदू भावना के आधार पर सुप्रीम कोर्ट नहीं कर सकता अयोध्या विवाद का फैसला- ओवैसी
ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के महासचिव भैयाजी जोशी की टिप्पणियों का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया था कि अयोध्या मुद्दे पर "हिंदू समुदाय की भावनाओं" पर भी विचार करना चाहिए.
हैदराबाद: अयोध्या विवाद में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोलते हुए एम आई एम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट भावनाओं के आधार पर फैसला नहीं ले सकती. ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के महासचिव भैयाजी जोशी की टिप्पणियों का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया था कि अयोध्या मुद्दे पर "हिंदू समुदाय की भावनाओं" पर भी विचार करना चाहिए.
ओवैसी ने कहा कि 'हिंदू भावना' के आधार पर सुप्रीम कोर्ट फैसला नहीं कर सकता है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, "वह (जोशी) अब भी भारत के संविधान को नकार रहे हैं. आस्था, भावना जैसा कुछ भी प्रासंगिक नहीं है और केवल इंसाफ प्रासंगिक है.
The Supreme Court cannot take decisions on the basis of ‘Hindu bhavna’. He’s still in denial that there is something called the Constitution of India. Aastha, bhavna, etc isn’t relevant, only insaaf is. https://t.co/nSvLR0c9Oo
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 2, 2018
दूसरी ओर संघ ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के यह कहने से कि अयोध्या मसला उनकी प्राथमिकता में नहीं है, हिंदू "अपमानित" महसूस कर रहे हैं और जोर देकर कहा कि किसी विकल्प के नहीं बचने पर अध्यादेश की जरूरत पड़ेगी."
महाराष्ट्र के उत्तन में संघ के तीन दिवसीय सम्मेलन के बाद महासचिव भैयाजी जोशी ने कहा "अगर जरूरत पड़ी तो संगठन आंदोलन शुरू करने में नहीं हिचकेगा, लेकिन चूंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो इसकी कुछ सीमायें हैं."
यह भी देखें: