Court News: सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भ्रष्ट लोग देश को तबाह कर रहे हैं और पैसे की मदद से भ्रष्टाचार के आरोपों से बच निकलने में कामयाब हो रहे हैं. कोर्ट की यह टिप्पणी कार्यकर्ता गौतम नवलखा की याचिका पर सुनवाई के दौरान आई है. नवलखा ने एल्गर परिषद मामले में न्यायिक हिरासत के बजाय घर में नजरबंद रखने की मांग की है. 


गौतम नवलखा की याचिका का विरोध करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि नवलखा जैसे लोग देश को नष्ट करना चाहते है. जस्टिस केएम जोसेफ और हृषिकेश रॉय की पीठ ने कहा कि क्या आप जानना चाहते हैं कि इस देश को कौन नष्ट कर रहा है? जो लोग भ्रष्ट हैं. आप जिस भी कार्यालय में जाते हैं, क्या होता है? भ्रष्टों के खिलाफ कौन कार्रवाई करता है? 


'विधायकों को खरीदने पर नहीं हो रही कार्रवाई'


सुप्रीम कोर्ट भीमाकोरेगांव हिंसा के आरोपी गौतम नवलखा की घर में नजरबंदी की गुजारिश को लेकर सुनवाई कर रही थी. कोर्ट ने कहा विधायक खरीदने के लिए करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही. तेलंगाना में सत्ताधारी टीआएसएस के एक विधायक को कथित तौर पर बीजेपी में शामिल होने के लिए करोड़ों रुपये की पेशकश से जुड़े वीडियो का जिक्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह बात कही. 


सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी उस समय आई जब अडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने गौतम नवलखा जैसे लोगों को खतरनाक बताया. कोर्ट ने राजू से निर्देश लेने और उसे यह बताने को कहा कि अगर नजरबंदी के अनुरोध की अनुमति दी जाती है तो नवलखा पर क्या शर्तें लगाई जा सकती हैं. आगे कहा गया कि अदालत गुरुवार को उनकी सुनवाई के बाद आदेश पारित करेगी. साथ ही पीठ ने कहा- अगर वह कुछ भी करता है, तो वह अपनी स्वतंत्रता खो देगा.


ये भी पढ़ें: 


30 मिनट दैनिक 'जनहित प्रसारण' अनिवार्य, सरकार ने TV चैनलों के लिए जारी किए नए नियम, जानें क्या-क्या बदला