Court News: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तेजी से डिजिटलीकरण की दिशा में अपने कदम बढ़ा रहा है. मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने सोमवार को ई-एससीआर परियोजना की शुरुआत की. इसमें पिछले 72 सालों में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सुनाए गए 34,000 से ज्यादा फैसले सभी के लिए फ्री हैं. यह विशेष रूप से उन युवा वकीलों के लिए है जो सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के बारे में डिटेल से जानने के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं. 


CJI चंद्रचूड़ ने बताया कि ई-एससीआर परियोजना (e-SCR) लिंक SC की वेबसाइट पर डाल दिया गया है. यह मुफ्त सेवा मुख्य रूप से युवा वकीलों के लिए है, जो एससीआर वॉल्यूम खरीदने के लिए पैसे खर्च किए बिना वेबसाइट की मदद से सभी मामलों को पढ़ सकेंगे. ई-एससीआर परियोजना मॉडर्न इंडियन ज्यूडिशियरी के भविष्य के लिए एक जरूरी कदम है. 


क्या हैं ई-एससीआर परियोजना के लाभ


ई-एससीआर परियोजना से कई लाभ मिल सकेंगे. यात्रा के दौरान आप किताबों के भार को कम कर सकेंगे. जिन लोगों को कम दिखता है उनके लिए स्क्रीन रीडिंग सॉफ़्टवेयर भी उपलब्ध है. यह इंडियन ज्यूडिशियरी को डिजिटलीकरण की दिशा में बढ़ाएगा. फिलहाल, इसमें 1 जनवरी तक के फैसलों को शामिल किया गया है. आगे इसमें फैसले जोड़ते चले जाने का सिलसिला जारी रहेगा. 


34,013 फैसले सर्च इंजन में शामिल 


इसे तैयार करने के लिए जजों और सुप्रीम कोर्ट के एडिटोरियल सेक्शन के अधिकारियों की एक टीम ने काम किया है. 15 दिनों में लगभग 34,013 फैसले सर्च इंजन में शामिल किए गए हैं. सीजेआई चंद्रचूड़ ने 2023 के पहले कार्य दिवस पर न्यायिक कार्यवाही की शुरुआत में इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि ये फैसले कोर्ट की वेबसाइट, उसके मोबाइल ऐप और नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड (NJDG) के निर्णय पोर्टल पर उपलब्ध होंगे. 


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