'कैंटीन में गपशप करने में वक्त बर्बाद न करें, कोर्ट में बैठें'- सुप्रीम कोर्ट के जज की युवा वकीलों को सलाह
Supreme Court: इस बात को बताने के लिए जस्टिस शाह ने अपने पुराने दिनों को याद किया. उन्होंने युवा वकीलों से कहा, जब मैं वकालत के शुरुआती दिनों में था तो अक्सर कोर्ट में बैठा रहता था.
सुप्रीम कोर्ट में रोजाना तमाम बड़े और दिलचस्प मामलों की सुनवाई होती है. जिसमें सबसे ज्यादा दिलचस्पी वो युवा वकील लेते हैं, जिन्हें इस पेशे में अपना करियर बनाना है. अब ऐसे ही युवा वकीलों को सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने नसीहत दी है. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह ने युवा वकीलों से कहा है कि वो कैंटीन में गपशप कर अपना वक्त बर्बाद न करें, अपने खाली वक्त में वो कोर्ट रूम में बैठकर ये देखें कि उनके सीनियर वकील कैसे जिरह कर रहे हैं.
'कोर्ट में बिताएं अपना वक्त'
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात को बताने के लिए जस्टिस शाह ने अपने पुराने दिनों को याद किया. उन्होंने युवा वकीलों से कहा, "जब मैं वकालत के शुरुआती दिनों में था तो अक्सर कोर्ट में बैठा रहता था और ये देखता था कि कैसे वकील अपने केस को रख रहे हैं और दलीलें दे रहे हैं. जब भी आपको वक्त मिले आप कोर्ट रूम में जाकर बैठिए."
वकीलों को दी ये दूसरी सलाह
इस दौरान जस्टिस शाह ने कई सीनयर वकीलों का नाम लेते हुए कहा कि आप इन लोगों से सीख सकते हैं. उन्होंने कहा कि आप हर किसी से कुछ न कुछ सीख सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट के जज ने युवाओं को एक दूसरी सलाह भी दी. जिसमें उन्होंने कहा कि कोर्ट में कभी भी अति उत्साहित नहीं होना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से कोर्ट कभी-कभी अपना विचार भी बदल सकता है. जस्टिस शाह की इस बात पर वहां मौजूद वकीलों ने भी सहमति जताई.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में रोजाना कई तरह के मामलों की सुनवाई होती है, जिनमें युवा वकीलों को भी बैठने का मौका दिया जाता है. कोर्ट रूम के अंदर की हर बात को युवा वकील ऑब्जर्व करते हैं और अपने करियर में उसे अप्लाई करने की कोशिश करते हैं. सुप्रीम कोर्ट के जज भी कई बार ऐसे युवाओं को सीख देते रहते हैं और अपने करियर के किस्से शेयर करते हैं. जिससे युवा वकीलों को अपना करियर संवारने में मदद मिल सके.
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