Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ (Dhananjaya Y. Chandrachud) ने न्यायमूर्ति राजेश बिंदल (Rajesh Bindal) और अरविंद कुमार (Arvind Kumar) को आज (13 फरवरी) जज पद की शपथ दिलाई. जस्टिस बिंदल इलाहाबाद हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश थे, जबकि जस्टिस अरविंद कुमार गुजरात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे.
दोनों जजों के शपथ लेने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या नौ महीने के अंतराल के बाद 34 हो गई. नए जजों के नाम की घोषणा केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर बधाई दी थी. उन्होंने लिखा, 'भारतीय संविधान के प्रावधानों के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाई कोर्ट के जजों राजेश बिंदल और अरविंद कुमार को सुप्रीम कोर्ट के रूप में नियुक्त किया. मेरी शुभकामनाएं.'
जस्टिस राजेश बिंदल
जस्टिस राजेश बिंदल हरियाणा और पंजाब हाई कोर्ट के मूल कैडर से रहे हैं. 16 अप्रैल 1961 को जन्मे जस्टिस राजेश बिंदल ने 1985 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एलएलबी की और सितंबर 1985 में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में भर्ती हुए. इलाहबाद हाई कोर्ट की वेबसाइट पर साझा जानकारी के अनुसार, जस्टिस बिंदल ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में अपने कार्यकाल में करीब 80,000 मुकदमों का निपटारा किया.
जस्टिस अरविंद कुमार
वहीं, जस्टिस अरविंद कुमार 13 अक्टूबर 2021 से गुजरात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा दे रहे थे. 14 जुलाई 1962 में जन्मे जस्टिस कुमार 1987 में वकील बने. 2002 में क्षेत्रीय प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति के सदस्य नियुक्त हुए और बाद में उन्हें 2005 में भारत का सहायक सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया.
इन्होंने भी ली शपथ
इससे पहले 5 फरवरी को 5 जजों के नाम पर मुहर लगी थी जिसके बाद 6 फरवरी को इन्हें शपथ दिलाई गई थी. बाकी बचे दो जजों के नाम पर 10 फरवरी के दिन मुहर लगते हुए मंजूरी दी गई थी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 13 दिसंबर को सरकार ने पांच नामों की सिफारिश की थी जिसमें पंकज मिथल चीफ जस्टिस राजस्थान हाई कोर्ट का नाम शामिल था. इसके अलावा, जस्टिस संजय करोल चीफ जस्टिस पटना हाई कोर्ट, जस्टिस पी वी संजय कुमार चीफ जस्टिस मणिपुर हाई कोर्ट, पटना हाईकोर्ट के जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस मनोज मिश्रा का नाम शामिल था.
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