'मणिपुर में चुनौतियों पर काबू पाया जा सकता है, अगर...' बोले सुप्रीम कोर्ट के जज कोटिश्वर सिंह
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने मणिपुर के राहत शिविरों का दौरा किया था, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी वितरित की थी. लोगों को कानून के बारे में भी जानकारी दी गई थी.

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह ने रविवार (23 मार्च, 2025) को कहा कि अगर लोग संविधान का पालन करें तो मणिपुर में चुनौतियों पर काबू पाया जा सकता है क्योंकि यह (संविधान) कठिन समय में काम करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है.
सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह ने कहा कि न्यायमूर्ति बी आर गवई के नेतृत्व में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों का दौरा किया. इस दौरान लोगों में न्यायपालिका को लेकर काफी उम्मीद देखी गई.
'मणिपुर चुनौतियों से अछूता नहीं है'
मणिपुर उच्च न्यायालय की स्थापना की 12वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति ने कहा, ‘एक छोटा राज्य होने के नाते मणिपुर चुनौतियों से अछूता नहीं है, लेकिन सौभाग्य से हमारे पास संविधान है जो हमें कठिन समय में काम करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है’.
'देश को मजबूत बनाने के लिए लोग हरसंभव प्रयास करें'
न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह ने कहा, ‘चुराचांदपुर की समृद्ध परंपराएं हैं और यहां का समुदाय जीवंत है. इंफाल से बहुत से लोग विभिन्न कारणों से चुराचंदपुर जाते थे. हमने कानूनी व्यवस्था और न्यायपालिका में चुराचंदपुर के योगदान को देखा है. इसने मणिपुर उच्च न्यायालय के दो प्रख्यात न्यायाधीश दिए हैं’. उन्होंने लोगों से देश को मजबूत बनाने के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने मणिपुर के राहत शिविरों का दौरा किया था, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी वितरित की थी. इस दौरान लोगों को अपने अधिकारों को लेकर कानूनों के बारे में जानकारी दी गई थी. हिंसाग्रस्त मणिपुर को लेकर जजों ने कहा था कि यहां के लोग ये न सोचें कि उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है, मणिपुर के लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है.
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