नई दिल्ली: देश के सुप्रीम विवाद का आज तीसरा दिन है. जल्द ही विवाद सुलझने की उम्मीद जताई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के नाराज जज चेलमेश्वर के घर बार काउंसिल के सदस्य मिलने पहुंचे हैं. चीफ जस्टिस नाराज जजों से बात कर सकते हैं.


शनिवार को भी जजों और चीफ जस्टिस की मुलाकात की बात कही जा रही थी लेकिन तीन जज जस्टिस कुरियन जोसेफ, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस रंजन गोगोई दिल्ली से बाहर थे. ये जज आज शाम तक दिल्ली लौट आएंगे. ऐसे में ये मुलाकात शाम को हो सकती है.


कल बोले दो जज- अंदरूनी मामला, हम सुलझा लेंगे.
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को कटघरे में खड़ा करने वाले चार जजों में से दो, जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने विवाद के बाद कल चुप्पी तोड़ी. दोनों ने ऐसे संकेत दिए हैं जिससे विवाद के सुलझने के आसार दिख रहे हैं.


कोलकाता में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए जस्टिस गोगोई ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कोई संकट नहीं है. उधर कोच्चि में जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कहा, ''हमने एक मुद्दा उठाया. अब जब मामला सामने आया है तो इसका हल भी निकल सकेगा. ये कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिसमें किसी बाहरी की मध्यस्थता की जरूरत है. ये न्यायपालिका का अंदरूनी मामला है और अंदर ही इसे सुलझा लिया जाएगा. संस्था के भीतर सुधार की जरूरत है. न्यायपालिका में लोगों का विश्वास बढ़ाने के लिए हमने ये कदम उठाया. हमें उम्मीद है कि इससे सुप्रीम कोर्ट के प्रशासन में अधिक पारदर्शिता आएगी.''


कल चीफ जस्टिस के घर पहुंचे पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी
सरकार इसे जजों का अंदरूनी मामला बता रही थी लेकिन कल अचानक पीएम मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र अचानक चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के घर पहुंच गए. ये अलग बात है कि 5 मिनट तक घर के बाहर रहने के बाद नृपेंद्र मिश्र बिना मिले लौट गए. कांग्रेस के साथ साथ जानकारों ने भी इस पर सवाल उठा दिए.


क्या है पूरा मामला?
इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के 4 सबसे सीनियर जजों ने मीडिया के सामने आकर चीफ जस्टिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था. आरोप लगा कि चीफ जस्टिस पसंद के जज के पास केस भेजते हैं और जज लोया की मौत के केस में मनमानी की गई. चार जजों के इन आरोपों से हड़कंप मच गया. विवाद सुलझने की उम्मीद दिख रही है लेकिन कब विवाद सुलझेगा ये तय नहीं है.